Book Title: Proceedings and papers of National Seminar on Jainology
Author(s): Yugalkishor Mishra
Publisher: Research Institute of Prakrit Jainology & Ahimsa Mujjaffarpur
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(roxvii) १४. आध्यात्मिक रूपक-काव्य और हिन्दी के जैन कवि
अनिल कुमार शर्मा
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खण्ड:३
जैनधर्म एवं दर्शन
(Jain Religion & Philosophy) 84. Pali Sakkāya & Prakrit Atthikāya: A comparative Study
___Dr. Nathmal Tatia १६. जैन दर्शन का वैशिष्ट्य
डॉ. रामजी सिंह १७. गुणस्थान-सिद्धान्त का उद्भव एवं विकास
प्रो. सागरमल जैन १८. अनेकान्त और अहिंसा : एक शास्त्रीय परिशीलन
__डॉ. योगेन्द्र प्रसाद सिंह १९. जैनधर्म के पंच महाव्रत : आज के सन्दर्भ में
डॉ. अवधेश्वर अरुण २०. जैनाचार : एक मूल्यांकन
डॉ. अजित शुकदेव २१. जैन एवं हिन्दू धर्म में परमतत्त्व की अवधारणा
डॉ. प्रेम सुमन जैन २२. उत्तराध्ययन सूत्र में वर्णित संन्यास-धर्म
डॉ. युगल किशोर मिश्र २३. महावीर का पंचसूत्री महाव्रत और बृहदारण्यक के तीन 'द'
डॉ. अवधेश उपाध्याय २४. जैनदर्शन में आत्मतत्त्व : एक विश्लेषण
डॉ. शैलेन्द्रकुमार राय
२०७
२११
२१८
२३०
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२४१
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