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पत्र
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विषय भावसेही लिंगी होता है द्रव्यसे नहीं। ... बाहु मुनिका दृष्टान्त और कथा । ... .. द्वीपायन मुनिका उदाहरण और कथा। भावशुद्धिकी सिद्धिमें शिवकुमार नाम मुनिका दृष्टान्त तथा कथा। भावशुद्धि विना विद्वत्ताभी कार्यकारी नहीं उसमें उदाहरण___ अभव्यसेन मुनि। ... ... ... विद्वत्ता विना भी भावशुद्धि कार्यकारिणी है उसका दृष्टान्त-शिवभूति
तथा शिवभूतिकी कथा। ... नमत्वकी सार्थकता भावसेही है। ... ... भावके विना कोरा नग्नत्व कार्यकारी नहीं। .. भावलिंगका लक्षण । ... ... भावलिंगीके परिणामोंका वर्णन। ... मोक्षकी इच्छामें भावशुद्ध आत्माका चितवन । ... आत्म चितवन भी निजभाव सहित कार्यकारी है। सर्वज्ञ प्रतिपादित जीवका स्वरूप। ... ... जिसने जीवका अस्तित्व अंगीकार किया है उसीके सिद्धि है। जीवका स्वरूप वचन गम्य न होने पर भी अनुभव गम्य है। पंच प्रकार ज्ञान भी भावनाका फल है। ... ... भाव विना पठन श्रवण कार्यकारी नहीं। ... बाह्य नग्नपने करि ही सिद्धि होय तो तिर्यंचआदि सभी नग्न हैं। भाव विना केवल नग्नपना निष्फलही है। ... पापमलिन कोरा नममुनि अपयशका ही पात्र है। भावलिंगी होनेका उपदेश । भावरहित कोरा नममुनि निर्गुण निष्फल। ... जिनोक्त समाधि बोधि द्रव्यलिंगीके नहीं। ... भावलिंग धारणकर द्रव्यलिंग धारण करना ही मार्ग है। शुद्धभाव मोक्षका कारण अशुद्धभाव संसारका कारण । भावके फलका माहात्म्य । ... भावोंके भेद और उनके लक्षण। ... ... ...
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