________________
योग और मंत्र ( १ )
मंत्रशास्त्रीय दृष्टि से 'अर्हम्' एक शक्तिशाली मंत्र है। उसकी आदि में है अकार, अन्त में है हकार और मध्य में है बिन्दु सहित रेफ ।
'अकार' वर्णमाला का प्रथम अक्षर है और वह शक्ति बीज है । 'रकार' मूर्धन्य है, वह अग्नि तत्त्व का बीज है और 'हकार' आकाश तत्त्व का बीज है ।
सब वर्गों का समुच्चय करने पर 'अर्हम्' शक्तिशाली मंत्र बन जाता है।
GO GE
अकारादि-हकारान्तं, रेफमध्यं सबिन्दुकम् । तदेव परमं तत्त्वं, यो जानाति स तत्ववित् ॥
योगशास्त्र पृ. ५७१
फक
१४ जनवरी
२००६
G
३२
APR