Book Title: Nar Vikram Charitram
Author(s): Shubhankarvijay
Publisher: Ajitkumar Nandlal Zaveri
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
श्री
सत्यवाणोपयडियविचित्तकूड कवडस्स दक्खिन्नरहियस्स निसायरस्सेव निकरुणस्स, किंपागतरुफलस्सेव बाहिरमेत्तरमनरविक्रमणीयस्स बगस्सेव सुसंजमियपाणिप्पायप्पयारस्स भुयंगमस्सेव परच्छिद्दावलोयणनिरयस्स दुजणस्सेव मुहमहुरभासिणो चरित्रे । संकितणेणं, एवं च सहा विरत्तोऽम्हि पावपंकपडिहत्थाओ नियकडेवराओ, नेत्र य अन्नो पावविसोहणोवाओ, राहणा भणियं - भो भो किमेवं पुणो पुणो अत्ताणं अत्ताणं व पुरिसं दूसेसि ?, पयडक्खरं निवेएस नियपुववितंतं, घोरसिवेण ॥ २८ ॥ भणियं - महाराय ! गरुओ एस वृत्तंतो, राहणा मणियं किमजुत्तं ?, साहेसु, घोरसिवेण भणियं-जड़ एवं ता निसामेहि
अत्थि सुरसरितुसार पवित्तपरिसरुद्देसं विविहावणभवणमालाविभूसियं समूसियसियवेजयंती रेहंतसुरमंदिर सिहरं सिरिमवणं नाम नरं, तत्थ य पर्यड मायंडमंडलुद्दामपयावपरिसोसियविपक्खजलासओ अणेगसमरवावारविदत्तजसो अवंति सेणो नाम
विश्वस्तघातिनः प्रकटितविचित्रकूटकपटस्य दाक्षिण्यरहितस्य निशाचरस्येव निष्करुणस्य, किम्पाकतरुफलस्येव बहिर्मात्ररमणीयस्य कस्येव सुसंयमितपाणिपादप्रकारस्य भुजङ्गमस्येव परच्छिद्रावलोकननिरतस्य दुर्जनस्येव मुखमधुरभाषिणः संकीर्तनेन, एवं च सर्वथा विरक्तोऽस्मि पापपङ्कपूर्णान्निजकलेवरात् नैव चान्यः पापविशोधनोपायः राज्ञा भणितम् - भो भो किमेवं पुनः पुनरात्मानमत्राणमिव पुरुषं दूषयसे ? प्रकटाक्षरं निवेदय निजपूर्ववृत्तान्तं घोरशिवेनभणितम् - महाराज ! गरुक एष वृत्तान्तः, राज्ञा भणितम् - किमयुक्तम् ? कथय, घोरशिवेन भणितम् - यद्येवं तर्हि निशमय
अस्ति सुरसुरित्तुषारपवित्रपरिसरोद्देशं विविधाऽऽपणभवनमालाविभूषितं समुच्छ्रितसितवैजयन्तीराज मानसुर मन्दिरशिखरं श्री - भवनं नाम नगरम्, तत्र च प्रचण्ड मार्तण्डमण्डलोद्दामप्रतापपरिशोषित विपक्षजलाशयोऽनेक समरव्यापारार्जितयशा अवन्तिसेनो नाम
For Private and Personal Use Only
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
नृपपार्श्वे
घोरशिवेन कृताऽऽत्मगर्दा स्व पूर्ववृतान्त कथनं च ॥
॥ २८ ॥

Page Navigation
1 ... 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150