Book Title: Uvavai Suttam
Author(s): Chotelal Yati
Publisher: Jivan Karyalay
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उववाई सूत्तं (मू० १० ) तेणं कालेणं तेणं समएणं समणे भगवं महावीरे आइगरे तित्थगरे सहसंबुद्ध पुरिसुत्तमे पुरिससीहे पुरिसवरपपुंडरीए पुरिसवरगंधहत्थी अभयदए चक्खुदए मग्गदए सरणदए जीवदए दीवो ताणं सरणं गई पइट्ठा धम्मवरचाउरंतचक्कवट्टी अप्पडिहयवरनाणदंसणधरे वियट्ठच्छउमे जिणे जाणए तिणे तारए मुत्ते मोयए बुद्ध बोहए सवण्णू सव्वदरिसी सिवमयलमरुयमणंतमक्खय. मव्वाबाहमपुणरावत्तियं सिद्धिगइणामधेयं ठाणं संपाविउकामे अरहा जिणे केवली सत्तहत्थुस्सेहे समचउरंगसंठाणसंठिए बजरिसहनारायसंघयणे अणुलोमवाउवेगे कंकग्गहणी कवोयपरिणामे सउणिपोसपिटुंतरोरुपरिणए पउमुप्पलगंधसरिसनिस्साससुरभिवयणे छवी निरायंकउत्तमपसत्थअइसेयनिस्वमपले जल्लमल्लकलंकसेयरयदोसवजियसरीरनिरुवलेवे छाया उज्जोइयंगमंगेघणगिचियसुबद्धलक्खणुएणयकूडागारनिभपिडियग्गसिरए सामलिषोंडघणनिचियच्छोडियमिउविसयपसत्थसुहमलक्खणसुगंधसुंदरभुयमोयगभिंगनेलकज्जलपहिट्ठभमरगणणिद्धनिकुरुंबनिचियकुंचियपयाहिणावत्तमुद्धसिरए दालिमपुप्फप्पगासतवणिजसरिसनिम्म

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