Book Title: Uvavai Suttam
Author(s): Chotelal Yati
Publisher: Jivan Karyalay
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ख्ववाई सूत्तं सागरं भीमं दरिसणिज्जं तरंति धिइधणियनिप्पकंपणे तुरियचवलंसंवरवेरग्गतुंगकूवयसुसंपउत्तेणं णाणसियविमलमूसिएणं सम्मत्तविसुद्धलद्धणिज्जा मएणं धीरा संजमपोएण सलिकलिया समत्थज्झाणतववायपणोल्लियपहाविएणं उज्जमववसायग्गहियणिज्जरणजयणउवओगणाणदंसण [ चरित्त ] विसुद्धवय [ वर ] भंडभरियसारा जिणवरवयणोवदिहमग्गेणं अकुडिलेण सिद्धिमहापट्टणाभिमुहा समगवरसत्थवाहा सुसुइसुसंभाससुपएहसासा गामे गामे एगरायं णगरे गरे पंचरायं दुइज्जंता जिइंदिया णिब्भया गयभया सचित्ताचित्तमीसिएसु दव्वेसु विरागयं गया संजया विरया मुत्ता लहुया णिरवकंखा साहूणिहुया चरंति धम्मं ॥ __ (सू. २२) तेणं कालेणंतेणं समएणं समणस्य भगवो महावीरस्स बहवे असुरकुमारा देवा अंतियं पाउब्भवित्था, कालमहाणोलसरिसणील गुलियगवलप्रयसिकुसुमप्पगासा वियसियसयवत्तमिव पत्तलनिम्मलईसिंसियरत्ततंबणयणा गरुलायतउज्जुतुंगणासा उअचियसिलप्पवालबिंबफलसपिणभाहरोष्ठा पंडुरससिसयलविमलणिम्मलसंखगोखीरफेणदगरयमुणालियाधवलदंतसेढी हुयवह

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