Book Title: Uvavai Suttam
Author(s): Chotelal Yati
Publisher: Jivan Karyalay
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उबवाई सूतं
तए णं से कूणिए राया हारोत्थयसुकयरइयवच्छे कुंडल उज्जोवियाणणे मउडदित्तसिरए णरसीहे णरवई रिंदे णरवसहे मणुयरायवसभकप्पे अभहिय रायतेयलच्छीए दिपमाणे हत्तिक्खंधवरगए सकोरंटमल्लदामेणं छत्तेणं धरिज्जमाणेणं सेयवरचामराहिं उध्दुव्वमाणीहिं २ वेसमणो चेव परवई अमरवईसरिणभाए इड्ढीए पहियकित्ती हयगयर हपवर जोहकलियाए चाउरंगिणीए सेणाए समणुगम्ममाणमग्गे जेणेव पुरणभद्दे चेइए तेणेव पहारेत्थ गमणाए ।
तए णं तस्स कूणियस्स रणी भंभसारपुत्तस्स पुरओ महंआसा आसधरा उभओ पासिं लागा गागधरा पिट्ठ रहसंगेल्लि ।
५१
तए णं से कूणिए राया भंभसारपुत्ते अन्भुग्गयभिंगारे पग्गहियतालयंटे ऊच्छिय सेयच्छत्ते पवीइयवालवीयणीए सव्विड्ढोए सव्वजत्तीए सव्वबलेणं सव्वसमुदएणं सव्वादरेणं सव्वविभूईए सव्व विभूसाए सव्वसंभमेणं [ ] सव्वपुष्पगंधमल्लालंकारेणं सव्वतुडियसद्द सरिणाएणं महया इड्ढोए महया जुईए महया बलेणं महया समुदएणं महया वरतुडियजमगसमगप्पवाइएणं संखपणवप

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