Book Title: Uvavai Suttam
Author(s): Chotelal Yati
Publisher: Jivan Karyalay

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Page 109
________________ जीवन कार्यालय अजमेर के स्थाई ग्राहक और पत्र व्यवहार के नियम (१) स्थाई ग्राहक बनने की प्रवेश- फीस एक रुपया। (२) " माला " की पुस्तकें प्रकाशित होने पर १५ दिन पहले मूल्य आदि का "सूचना-पत्र" भेज देने के बाद ग्राहकों को २५) सैकड़ा कमीशन काट कर वी० पी० भेजी जाती है। (३) एक रुपया से कम की वी०पी० नहीं भेजी जायगी। (४) आर्डर भेजते समय स्पष्ट लिखना चहिए कि पुस्तके रेल से या डाक से किस प्रकार भेजी जाँय । (५) पुस्तके मंगाकर वापस करने पर नुकसान तथा डाक महसूल कुल ख़र्च मंगाने वाले से वसूल किया जावेगा, अतः ऑर्डर देने से पूर्व बहुत सोच समझ कर पुस्तके मङ्गानी चाहिये। (६) बैरङ्ग पत्र नहीं लिये जायेंगे और न पत्र के साथ भेजे हुए टिकटों की कोई जिम्मेदारी कार्यालय पर होगी। (७) ऑर्डर भेजते समय मुकाम, डाकखाना तथा जिला व रेलवे स्टेशन बहुत साफ, व स्पष्ट लिखना चाहिये। (८) यदि किसी वी० पी० में भूल जान पड़े तो उसे लौटाना नहीं चाहिये, वी० पी० छुड़ाकर हमें तुरन्त लिखें, भूल ठीक कर देंगे। नोट-हिन्दी की प्रायः सभी प्रसिद्ध २ प्रकाशकों की पुस्तके उचित मूल्य पर जीवन कार्यालय अजमेर में सदैव मिल सकेंगी। पत्र व्यवहार का पता - पंडित छोटेलाल यति जीवन कार्यालय ( तारघर के पीछे )अजमेर

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