Book Title: Uvavai Suttam
Author(s): Chotelal Yati
Publisher: Jivan Karyalay

View full book text
Previous | Next

Page 29
________________ ववाईसूतं २५ अणिहए [ ] सव्वगायपरिकम्मविभूसविप्यमुक्के, से तं कायकिले से । से किं तं पडिसंलीणया २ ? चउव्विहा पण्णता, तं जहा (१) इंदियपडिसंलीया (२) कसायपडिसंलीणया (३) जोगपडिसलीणया (४) विवित्तसयणा सणसेवणया से किं तं इंदियपडि संलीणया ? २ पंचविहा पण्णत्ता, तं जहा (१) सोइंदियविसयप्पयार निरोहो वा सोइंदियविसयपत्ते सु अत्थेसु रागदोसनिग्गहो वा ( २ ) चक्खिदियविसप्यार निरोहो वा चक्खिदियविसयपत्ते अत्थेसु रागदोसनिग्गहो वा (३) घाणिदियविसयप्पयारनिरोहो वा घाणिदियविसयपत्ते अत्थेसु रागदोसनि गहो वा ( ४ ) जिम्भिदियविसयप्पयारनिरोहो वा जिभिदियविसयपत्ते अत्थेसु रागदोसनिग्गहो वा ( ५ ) फासिंदियविसयप्पयारनिरोहो वा फासिंदियविसयपत्ते अत्थेसु रागदोसनिग्गहो वा से तं इंदियपडिसंलीणया । से किं तं कसायपडिलीणया ? २ चउव्विहा परणत्ता तंजा (१) कोहस्सुदयनिरोहो वा उदयपत्तस्स वा कोहस्स विफलीकरणं ( २ ) माणस्सुदयनिरोहो वा उदयपत्तस्स वा माणस्स विफलीकरणं ( ३ ) साया उदयणिरोहो वा उदयपत्तस्स ( त्ताए ) का

Loading...

Page Navigation
1 ... 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110