Book Title: Tiloy Pannatti
Author(s): A N Upadhye
Publisher: Jaina Siddhanta Bhavana

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Page 17
________________ तिलोयपएणती लोयायासट्ठार्गा सयपहाणं सव्वछक हु। सबमलायायासं तं सब्यासं' हवे णियमा ॥१३॥ सयलो एस य लोगो' णिप्पगणो सेटिविदमाणेण । तिषियप्पो णादव्यो हेहिममज्मिलउड्डमेएण' ॥३६॥ हेहिमलायायारो वेत्तासणसगिणहो सहावेण । - मज्झिमलोयायारो उज्झिय मुरश्रद्धसारिच्छा ॥१३७॥ 7A उरिमलोयाआरो उज्झियमुरवेण होइ सारसस्तो। संठाणो एदाणं लोयाणं एण्हिं साहेमि संदिहि ॥१३॥ वादरं । = तं मज्मे मुहमेक भूमि जहा होदि सत्त रज्जूवा ।। तह छिदिवम्मि मज्मे हेहिमलोयस्य पायारो ॥१३॥ दोपक्खखेतमेत्तं उचलयतं पुण द्ववेदूणं । विविरेदेयां मेलिदे वा सुच्छेहा सत्त रज्जूश्रो ॥१४०॥ मज्झम्हि पंच रज्जू कमसो हेहोरिम्हि इगि रज्जू। सगरज्जू उच्छेहो हादि जहा तह य छेत्तूर्ण ॥१४॥ हेट्ठोवरि' मेलिदखेत्तायारं तु चरिमलोयस्स । एदे पुन्विलस्स य खेत्तोवरि ठावए पयदं ॥१४२॥ उद्धियदिवड्ड मुरवधजोवमाणो य तस्स पायारो। एकपदे सम्बहलो चोदसरज्जूदवो तस्स ॥१४३॥ तस्स य एक्कम्हि दए वासो पुवावरेण भूमिमुहे । सत्तेक्वपंचएक्का रज्जूवो मज्झहाणिवयं ॥१४४॥ खेस्संठियवउखंड सरिसट्ठाणां प्राइ' घेत्तूगां ।। तमणुज्झभियपक्खे विवरीयकमेण मेलिज्जो ॥१४॥ एवं चिय1० अवसेसे खेत्ते गहिऊण पदरपरिमाणं । पुवं पिव कादूणं बहलं बहलम्मि मेलिजो१४६ · · I S सयप्पहाणं ; 2 AB संवासं ; 3 S एस अलोओ; 4 A ओट्ठ; 5 उद्धिव or उटिव ?), 6 मिलिदे (?); 75 हेट्टोवरिंद; 8 AB उज्झिय दिवट्ट, 9 AB अइ; 10 AB एवं ज्जिय।

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