Book Title: Tiloy Pannatti
Author(s): A N Upadhye
Publisher: Jaina Siddhanta Bhavana
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तिलोयपण्णत्ती
वादवरद्ध खेत्ते बिंदफलं तह य अहपुढवीए । सुद्धायासखिदिस्सा लवमेत्तं वत्तइस्सामा ॥२८३॥ संपहि लोगपिरंतहिदवादवलयरुंधचित्ताणं । याणयणविधाणं उच्चद लोगस्स तले तिगिणवादाणं(?) ॥२८॥ बहलं वादेक्कस्स य वीससहस्सा य जोयणमेत्तं । तेसंमेगढ कदे वाढि जोयणसहस्सवाहल्लं ॥२८॥ जगपदरं होदि
णवरि दोसु वि अतेसु सहिजोयणसहस्सउस्सेह । परिहाणखेत्तण ऊणं एदमजोएदूर्ण सहिसहस्स बाहल्लजगपदरमिदि संकप्पिय तच्छेदूण पुढं ति दव्वं ॥२८॥
पुणो एरज्जूसेदेण सत्तरज्जूश्रआयामेण सहिजोयणसहस्सबाहल्लेण दोसु पासेसं ठिदवादखेत्तं बुड्डिा पुदक्करिय' जगपदरपमाणेण णिबंधे वीससहस्साहिनजोयणलक्खस्स सत्तभागवाहल्लं जगपदरं होदि ॥२८॥
= १२००००
तं पुन्विल्लक्खेतस्सुवरि ठिदे चालीसजोयण सहस्साहिय पंचगह लक्खाणं सत्तभागदाजगपदरं होदि ॥२८॥
___ =५४०००० पुणो अवरासु दोसु दिसासु एगरज्जुस्सेदेण तले सत्तरजमुआयामेण मुहे सत्तभागाहियछरज्मुरुदत्तण ॥२८॥
सहिजोयणसहस्सबाहल्लेण ठिदवादखेत्रेण जगपदपमाणेण कदे वीसजायणसहस्साहियपंचपंचासजोयणलक्खाणं तेदालीसतिसदभागवाहल्लं जगपदरं होदि ॥२६॥
= ५५२००००
पदं पुविल्ले10 खेत्तस्सुवरि पक्खित्ते एगूणवीसलक्खअसीदिसहस्सजोयणाहियतिगह कोडीणं तेदालीसतिसदभागवाहल्लं जगपदरं हादि ।
३११८००००
1 BS खिदिएणं; 2 AB चिंताणं; 3 उच्चदि (?); 4 AS यासट्टि; 5 5 उणं; 6 एगरज्जूसेवेण(१)3; 7 AB शुद्धि; 8 पुधकरिव (१); 9 ABS I after पंचाई , Ios विल्क्ष पि

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