Book Title: Uvavai Suttam Author(s): Chotelal Yati Publisher: Jivan Karyalay View full book textPage 8
________________ .४ उचाई सूत्तं रियभिसंतपत्तभारंधयारगंभीर दरिसणिज्जा उवणिग्गयणवतरुणपत्त पल्लव कोमलज्जलचलंत किसलयसुकुमाल पवालसोहियवरं कुरग्गसिहरा चिं: कुसुमिया पिच्चं माझ्या णिच्चं लवइया पिच्चं थवइया पिच्चं गुलइया पिच्चं गोच्छिया पिच्चं जमलिया णिच्चं जुवलिया णिच्चं विणमिया णिच्चं पण मिया पिच्चं कुसुमियमाइयलवइयथवइयगुलइयगोच्छियजमलियजुव लियविणमियपणमिय सुविभत्तपिंड भंजरिवर्डिसयधरा सुयबर हिणमयणसालकोइल कोहंगकभिंगारगकोंड लगजीवंजीवगणंदीमुहकक्लिपिंगलक्खगकारं डचक्कवाय कलहंसरुारसाणेगसउणगणमिहुणविरइयसदुष्णइय महुर सरणाइए सुरम्मे संपिंडियदरिय भमरमहु यरिपहकर परिलिन्तमतपय कुसुमासवलोलमहुर गुम गुमंत गुंजत देस भागे श्रभितरपुष्फले बाहिर पत्तोच्छरणे पत्तेहि य पुष्केहि य उच्चरणपडिवलिच्छरणे साउफले निरोएकं णाणाविहगेच्छ गुम्म मंडव गरम्मसोहिए विचित्तसुहकेभूए वावीपुक्खरिणीदीहियासु य सुनिवेसीय रम्मजालहरए, पिंडिमणीहारिमसुगंधि सुहसुरभिमणहरं च महया गंधद्धणिं मुयंता गाणाविहगुच्छ गुम्ममंडवगघरग मुह से उके बहुला 2Page Navigation
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