________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
दादागुरु देव पूजा संग्रह
मन्त्रॐ ह्रीं श्रीं अर्ह परम पुरुषाय परम गुरुदेवाय भगवते जिनशासनोद्दीपकाय दादा श्रीजिनदत्त
सूरीश्वराय फलं यजामहे स्वाहा
कलश सुविधि विषय परतन्त्रता-गंगा पुण्यप्रवाह । श्रीजिनदत्त महेशतें-प्रकटे तीनों राह ॥
(तर्ज-बोल वन्दे मातरम ) गुरुदेव श्रीजिनदत्त की नित प्रेम पूजा कीजियें । गुरुविमल गुण की सुधा का पान प्रतिदिन कीजिये ।।टेर। बारसौ ग्यारह विशद आषाढ़ सुद एकादशी । गुरुने किया अजमेर अनशन ध्यान हरदम कीजियें ।।
गुरुदेव श्रीजिन० ॥ १ ॥ पूज्य सीमन्धर प्रभु मुखतं, प्रथम सुरलोक में । उत्पत्ति अरु एकावतारी, जान पूजा कोजिये ॥
गुरुदेव श्रीजिन ॥२॥ दादागुरु के पट्ट उदयाचल विराजी चन्द्र से। मणिधारी श्रीजिनचन्द्र गुरु दील्ही में वन्दन कीजिये।
गुरुदेव श्रीजिन० ॥३॥
For Private And Personal Use Only