Book Title: Dada Gurudevo ki Char Pujaye
Author(s): Harisagarsuri
Publisher: Jain Shwetambar Upashray Committee

View full book text
Previous | Next

Page 55
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir दादागुरु देव पूजा संग्रह श्लोकध्वजानुरूपो वर मार्गवाही, श्रीजैनचन्द्रो मणिधारिदादा। तदालये भक्तिभरात्मनाह. मारोपयामि धजमात्मशुद्ध यै ॥ ॐ हाँ श्री अहं परमपुरुषस्य परमगुरुदेवस्य भगंवतः श्रीजिनशासनोद्दीपकस्य नरमणिमण्डित भालस्थलस्य श्रीजिनचन्द्रसूरीश्वरस्य मंदिर शिखरोपरि ध्वजमारोपयामि स्वाहा कलश दहा गर्व तजो सद्गुरु भजो, गौरव बढ़े अपार । गुरु सतसंगी नित बनो, पाओ भवजल पार ॥ (तर्ज-मैं आया तेरे द्वार पर० ) श्रीमणिधारी महाराज, महिमा अपरंपारी है। जिनचंद जागती जोत, जगतमें जय जयकारी है ।टेर॥ For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115