Book Title: Dada Gurudevo ki Char Pujaye
Author(s): Harisagarsuri
Publisher: Jain Shwetambar Upashray Committee

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Page 53
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir दादागुरु देव पूजा संग्रह जीवन तत्त्व विचार अंतमें, धारें धीरज सार सुपूजो०६ सद्गुरु सुखसागर भगवाना, समकितगुणदातार । 'हरि पूजील' मणिधारी दादा पूजो परमाधार सुपूजो०१० श्लोकसबोध वस्त्रात्मकभाववाही, श्रीजैनचन्द्रो मणिधारिदादा । तत्पादपद्मद्वितयं यजेऽहं, पवित्रवस्त्रप्रतिढौकनेन । मन्त्र ॐ ह्रीं श्रीं अर्ह परम पुरुषाय परम गुरुदेवाय भगवते श्रीजिनशासनोद्दीपकाय नरमणिमण्डित भालस्थलाय दादा श्रीजिनचन्द्रसूरीश्वराय वस्त्रं यजामहे स्वाहा ।। १०–ध्वज पूजा। दहाजीवन ध्वज ऊचा रहे, श्रीसद्गुरु परसाद । ध्वज पूजा भवि कीजियें, मिटे सभी अवसाद ।। For Private And Personal Use Only

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