Book Title: Dada Gurudevo ki Char Pujaye
Author(s): Harisagarsuri
Publisher: Jain Shwetambar Upashray Committee

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Page 82
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir तृतीय दादागुरु देव पूजा तेरह सो नव्यासिये-मनमोहनजो । फागुण अमावसजाण-गुरु-गुणखाणीरे मनमोहनजी गुणगिरुआ० ॥३॥ सिन्धु मुख्य देराउरे-मनमोहनजी । गुरुस्वर्ग सिधारे हत दुःख अपारीरे मनमोहनजी गुणगिरुआ० ॥१०॥ रीहड हरिपालादिने मनमोहनजी । स्वर्गोत्सव किया अपार "हरि" जयकारीरे मनमोहनजी गुरु गिरुआ० ॥११॥ ( काव्यम्) ध्वजायमानो गुरु-जैन-संधे दादाभिधानः कुशलाख्य-सूरिः । तत्पाद-पद्म-द्वितयं नमामि ध्वज प्रतिष्टामहमाचरामि ।। मन्त्रॐ ह्रीँ श्री अहं परम पुरुषाय परम गुरु देवाय भगवते श्रीजिनशासनोद्दीपकाय श्रीजिन कशलसूरीश्वराय ध्वजं यजामहे स्वाहा । For Private And Personal Use Only

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