Book Title: Dada Gurudevo ki Char Pujaye
Author(s): Harisagarsuri
Publisher: Jain Shwetambar Upashray Committee

View full book text
Previous | Next

Page 74
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir तृतीय दादागुरु देव पूजा rammam inve n iwaruwarurwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwww मन्त्रॐ हाँ श्री अर्ह परम पुरुषाय परम गुरुदेवाय भगवते श्रीजिन शासनोद्दीपकाय श्री जिन कुशल सूरीश्चराय अक्षतं यजामहे स्वाहा । ७-नैवेद्य पूजा दहासरस मधुर उपदेश सुन श्री गुरुका सु विशेष । सरस मधुर नैवेद से पूजो गुरु हमेश ॥ ( तर्ज- महावीर तुम्हारी मोहनमूर्ति देखी मन ललचाय ) जिन कुशल सूरीश्वर ज्ञानी गुरु की जाउ मैं बलिहार । पूजू नित सविनय भावे गुरुकी जाउं बलिहार ॥ टेक ।। गुरु ज्ञानी जग उपकारी, आगम उपदेश विहारी। आगम उपदेश विचारी, गुरु की जाउ मैं बलिहार ॥ जिन कुशल ॥१॥ सत-भंगीनय परणामी, वरस्याद वाद गुणखाणी । अमृत सम सुखकरवाणी, गुरु की जाउ मैं बलिहार ॥ जिन कुशल || २॥ For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115