Book Title: Dada Gurudevo ki Char Pujaye
Author(s): Harisagarsuri
Publisher: Jain Shwetambar Upashray Committee

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Page 57
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir दादागुरु देव पूजा संग्रह arvvvvvvvvvvvvvvvvvv * श्री * द्वितीय दादा नरमणिमण्डित भालस्थल-श्रीजिनचंद्रसूरीश्वर सद्गुरु को ___ * आरती * जय जय मणिधारी-जग जन उपकारी।। ___ॐ जय जय मणिधारी ॥ टेर ॥ शासन थंभ समाना सद्गुरु-आरति हितकारी। दिल्ही में दरशन कर परसन-होवे नर नारी । ॐ जय जय मणिधारी ॥ १ ॥ मदनपाल नरपति प्रतिबोधक-संघवृद्धिकारी । महतियाण महतीजाती में समकित परचारी। ॐ जय जय मणिधारी ॥२॥ जिनहरिपूज्य परमगुरु शरणा-भव भव सुखकारी पाउ पूजं पुण्ययोग से - जय मंगल कारी। ॐ जय जय मणिधारी ॥३॥ इति पूज्यपाद प्रातःस्मरणीय आबाल ब्रह्मचारी जैनाचार्य श्रीमज्जिनहरिसागर सूरीश्वर विरचिता श्रीद्वितीय दादा गुरुदेव पूजा समाप्ता. For Private And Personal Use Only

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