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——— လို့ လ လ လ လ လ လ လ လို့ လ လို့ က
અષ્ટ કર્મનો બંધ અને ક્ષયોપશમ
नाम कर्म
जिनदर्शन
जिनमन्दिर निर्माण से
उत्त गोत्र कर्म बन्ध के कारण
श्रीकृष्णा प्रभु अरिष्टने
की प्रशंग करने वा
शुभ नाम कर्म का बंध
स्पष्ट
निधत्त
करता पूर्वक शरीर के अंगोपांग का है • छेदन भेदन अशुभ नाम कर्म बंध का निमित्त,
कर्म बंध की पद्धति
निम्न गोत्र कर्म बन्ध के कारण
कुल- मद
गोत्र कर्म
पानी में मिश्रित दूध
बद्ध
निकाचित
मरीचि अपने कुल का अहंकार कर रहा है।
ह