Book Title: Jyotishsara Prakrit
Author(s): Bhagwandas Jain
Publisher: Bhagwandas Jain
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विषय
कीलक फल
परीघदंड
परीघमाहात्म्य
पंचक फल
त्रिविध दिशाशुल
नक्षत्र दिशाशूल
वारदिशाशूल
विदिशाशूल दिशाशूल परिहार
रविवासा
दिशा विदिशामें रवि प्रहर
रवि फल
वत्स रवि राहु फल स्थिर योग
सर्वाङ्ग योग
रवि योग
राज योग
कुमार योग
ज्वालामुखी योग अशुभ योग
शुभ योग
त्रिशुद्धि योग
तिथि वार नक्षत्र अशुभयोग अमृत सिद्धि योग
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...
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......
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( २ )
पृष्ठांक
विषय
३४ |
३४ कालवेलायोग
३५ कुलिकयोग
३५ उपकुलिकयोग
३६ | कंटकयोग
३७ : कर्कटयोग
-३७ यमघंटयोग
३७ | उत्पातयोग
३८ | वार नक्षत्र मृत्युयोग ३८ तिथिवार मृत्युयोग
३६ | काणयोग
३६
हरयोग
४४
४४
४६
४५
वार नक्षत्र सिद्धियोग
तिथिवार सिद्धियोग
४०
४०
४१ संवर्तकयोग
४२ शूलयोग
४२ शत्रु योय
४३ | भस्म और दण्ड योग ......
त्रिपुष्करयोग
४३ कालमुखीयोग
४४
......
नक्षत्र
व्रतादि लेनेका मुहूर्त
क्षौर कर्म मुहूर्त्त
भद्रा फल
......
......
वज्रमुसल योग याने ग्रह जन्म
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पृष्ठांक
४६
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४६
५०
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