Book Title: Apstambparibhasha Sutram
Author(s): A Mahadev Shastri
Publisher: Government of Mysore

View full book text
Previous | Next

Page 12
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir तोङ्गा पृष्ठ. पं. एतत्स्थाने. पाठयम् : तदुत्सर्पणं सम तदुत्सर्पणसमर्थ विलीनमि र्थशीलनमि नियमेन पश्वाल यमानपश्वार २६ १० होमः सोमः २७ १६,१७ च । यज्ञो स यज्ञो २८ ३ नं]प[प्रत्यक्षेस्य .. मप्रत्यक्षस्ये " १९ साधका साधनका २९ ४ ब्रह्म ब्राह्म " ११ ताङ्गो १५. निधाने निधानम् । २२ मत्र मन्त्र ३२ २१ २५.ह ३३ १० मेव म मेवाम ऋचाब्दा (?) तृचाख्य मान मानं .३४ १५ श्रोत्रिय....न्तरम् श्रोत्रिय संस्थाद्यनध्यायविधेः कर्मसु प्रतिषेधार्थम् शास्त्रा श्रौता " १५ चेष्टा क्रियायाः चेदन' ये छेदनपेषणादीनि एते ग्रन्थि ' ग्रन्थिम् ' इति " ११ दर्शने " २१ मर्ष २१,२२ धत्त' इत्यवमृष्ट धत्त इत्यववृष्टः" ३ अनेनैवाङ्गन अनेनैव वाक्येन . ऋचाब्दा ए. देशे वर्ष For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122