Book Title: Jain Bal Gutka Part 01 Author(s): Gyanchand Jaini Publisher: Gyanchand Jaini View full book textPage 7
________________ जैनबालगुटका प्रथम भाग। -नारायण १ त्रिपृष्ट, २ द्विपृष्ट, ३ स्वयम्भू, ४ पुरुषोत्तम ५ पुरुषसिंह, ६ पुण्डरीक, ७ दत्त, ८ लक्ष्मण ९ कृष्ण ॥ ६-पतिनारायण। १ अश्वग्रीव, २तारक, ३मेरक, ४मधु (मधुकैटभ) ५ निशुंभ, ६वली,७ प्रह्लाद, ८ रावण, ९ जरासंध । ह-बलभद्रा १ अचल, २ विजय, ३ भद्र, ४ सुप्रभ, ५ सुदर्शन, ६ आनंद ७ नंदन (नंद), ८ पद्म (रामचन्द्र) ९ रोम (बलभद्र)। नोट-रामचंद्र का नाम पद्म और कृष्ण के भाई का नाम वलभद्र भी था। अथ १६६-पुण्यपुरुषों के नाम ह-नारद । १ भीम२ महाभीम ३ रुद्र ४ सहारुद्र ५ काल ६ महाकाल ७ दुर्मुख ८ नरकमुख ९ अधोमुख। १भीमवली रजितशत्रु ३रुद्र (महादेव ). ४विश्वानल ५सुप्रतिष्ठ ६अचल ७पुण्डरीक ८अजितधर ९जितनाभि • १०पीठ ११सात्यकि। . १४-कुलकर। १सीमंकर रसन्मति ३क्षेमकर ४क्षेमंधर ५सीमंकर ६सीमंधर ७विमलवाहन चक्षुष्मान् ९यशस्वी १०अभिचंद्र ११चन्द्राभ १२मरुदेव १३प्रसेनजित १४नाभि राजा।।Page Navigation
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