Book Title: Jyotish Granth
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Page 11
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir * हे जहर,वेही आशिकहिन है / दूकान नागा तशा र के महिरमें यमांश हितकर है और हस्तिनाला अधशाला, मनकोहि मान(मालकी MR) गर और राजमोके घरो महलों में 'राजाशक हेनाल्चा है। अंना रिकाको यतिमात्र भूल राशि और गहतरामारों का नस्लेख हुआ है। पावक , समाते के लिये कम इनकेसनमें ही पर कुद्धविनाविवरण / सनत समाते है। पशास्थमेंमेकनन्त्रका एक शाक मालगानिसमूलराम दोनों को नरकेलराज For Private And Personal Use Only

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