Book Title: Jyotish Granth
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Page #1 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir પ્લેટ નં. 5 i_kkt. 24Xxx AX-કેતો |R 189 24 : પરર ક0 x " - , , " કંકાલી તીલા-મથુરા સં. 95 માં ધનહસ્તીની ભાર્યાએ, ભેટ આપેલી પથ્થરની શીલા જેમાં જૈન યતિ કહની મૂર્તિ છે. For Private And Personal Use Only Page #2 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सबमें मिल मिलान सपा अजय संवत्र वफागुनसहर मोजे घावाटताता अरिगाहातात जीरलासमा संवत 126 टोकर गुलाबाहर EmaiरमकासERIES Shanायाम For Private And Personal Use Only Page #3 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir -657. 058 वि०५५) | ११११८ब 645) .. For Private And Personal Use Only Page #4 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ... तोता वारनका शायररसारमारना 2652 19जिनात्मम पत्रवालाका असा जाबासाह प्राधान मागत पापीर IN हिमा झरसार मेंडोबर Wat कोला विारवर रेश्व र. For Private And Personal Use Only Page #5 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir रसार 10 रवास के Easy hरा नगरताना on मलसारक प्रासाहपराध .. xलXसे ने राजाबासाह रखास? मंडप Pीडम "लिकामेडम टतामण्डप उलाजम भोक्तान सेवारा जिन्नाहोल xवलिमा स्या घातगावलेहाति तिका For Private And Personal Use Only Page #6 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir For Private And Personal Use Only Page #7 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir xatii . - हालात / भूसा परदा ...... वास्न -पूजन 4 दाराशपाये जमाल Xnnार-की-त्र-शिल x लागनारत कोहलचक्र x -रिवेशान . महाराजा x25 समाज सा परत पुसत सारदात * May जासहसा सामा सार-निरभारासा हस्तसार मेरु भासा स्तरावर बासाहारनिगा CRPATRIम मोहा प्रासाद भयोहा. कि राति For Private And Personal Use Only Page #8 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar सं० 151 चोर्ष कामरण सहि 11 सवै पुष्यो नपाड़ाती गोले सोहकला मा० कपूर हे पहा पहा -- मस्त वाभादि साधब का०३० मधी के श्रीमतोहवस्त निन्नस्तर:( संवत 24चल पास. आचारशासाममबीतमा न्यान stmaभारी मी ए०१ साहाताला नाकमा हार लोहामार मास्न जना करते रवि तम्बामा लीहिला) लेसीमापार हो.० 1.414 राहि 1980 वा ) याने या बारतीय बाजार महाभारपु०सामल साड) हितेन विविध्यानात शिजत स्वात थेयोनीसमरिभातर्विशतिषह कारकमडाडायमनश्रीमत्र हरिहेकीजियवीर नि / बरवास्तवन हौ 015 (3) For Private And Personal Use Only Page #9 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 113हार भूzzार सलामो अरमांकज पाना च ताश और दितामा जायाध सध्या और कहा सेतीसरहकी होती है। बहत प्रामके गर्भग्रहीका नेता कार सेकोमासकोटमांश अhem शामल करने से आता है। प्राधारा के गभरहकरहमान चमासानिर)रो शहर होता है। Emसाह के rmire माम नसके तारोला। ह मके 511 रोरा 2017ii तार !! 207 भा, भ लाभरा)inाद्वारा और भाग र चाई रोकेmi मारकेनगरासेडर काहय गमतीसाररो करारालि बीसरी करना। इस क्रमसेगम For Private And Personal Use Only Page #10 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir का HERERधारेकचाकरा नाहिये। रिसात इस बारे में अपराजिनमें निकोक हाहगोचर होते है कालासः साईश: समाहा साधेशव च। garm कस। १)भिमस्त) भाग लेना / kart: साभmना(मत्ती मत्यू शिरसा (क)महसमस्य ) Sima गानेन योहानी लोहम्॥9॥ हरिकालु कती Kamala कारेका महिला टोटा S For Private And Personal Use Only Page #11 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir * हे जहर,वेही आशिकहिन है / दूकान नागा तशा र के महिरमें यमांश हितकर है और हस्तिनाला अधशाला, मनकोहि मान(मालकी MR) गर और राजमोके घरो महलों में 'राजाशक हेनाल्चा है। अंना रिकाको यतिमात्र भूल राशि और गहतरामारों का नस्लेख हुआ है। पावक , समाते के लिये कम इनकेसनमें ही पर कुद्धविनाविवरण / सनत समाते है। पशास्थमेंमेकनन्त्रका एक शाक मालगानिसमूलराम दोनों को नरकेलराज For Private And Personal Use Only Page #12 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir AA सामा हिलते हैं जिससे 20 - Frakrit R 3 है स AR - मालका२४ M ASIK MME ...2M WAR ENA S ALRAHA . . SSC AAN - ' होना NE Y 25 कानि LATES रयत (41 भी के नानक नवीर हारनेमके के वाद! For Private And Personal Use Only Page #13 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir आईभमुहूते 19 मारारिक समस्तक काम मलायो र कला है त / यहाँ भरतकतरातो शाजारों को हार कर रहा . हित लिखेंगे। For Private And Personal Use Only Page #14 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 1283) मुर्त में सलमान और शान लो और र यो पूलो असलोनार हे सरोगको प्रमोदीधारियातो सोडताहाचाहिपालकमकी६ जरा जरायमघटमीलीकालमा या म तावर समाज कालात चार काम रजाता 4-4 किलोठकर करनाreसबै माल गोशाना बोहरद्वयम् नरल AAnaa सहाहार या रामरालम Feोतिको कर च नारिकालानना" करवाय१२ में लेम) करणे में माजानराम है बासकार के संबध में ज्योतिघात की में तार है है। नारिगे। भगत देशात पार पहले किसोरी कर लेना चाहिये।७) For Private And Personal Use Only Page #15 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 1263). इसलियो में में रहा तार तासाला माता है। इसके मुखकोचनमसोम भर चाहियो (1419011 विमायके * तारकरार नरहे। ना मुरक मरा में ) For Private And Personal Use Only Page #16 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir तारों के साहीहियो कुराल मा सरता सरत मायाकार होमोसे सामना है। ___ जिस यस्लेवार में जोकवितलहर दौरस.स) ग्रह बलवान होनेरी , बार कार्य करोमि होता है सर में बरेलर होने का F wimm है असनेतारमै कमायामा को गन्दा काम है। इससे वह सात मरहीमकर राह खाल सामाomd e silets. इस सविसम में निम्न(लेसोत जय "बारे शहरवास, करोति / अरसमा For Private And Personal Use Only Page #17 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir + For Private And Personal Use Only Page #18 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 1282) Taहिमानता मूला रेसादानशार। तिHिARATसेता। सोम-रोनिजकाहस्तावात मण्यारभर यो और ताशा गावालाना !! मायाम और 12 / मिति धमा-अमावास्येकाच्याहस्ताकरे ! शेरशाापूला और२७२ तियां। 2 मा धान कावाशिवाजिनामा॥१५तिम एक-शिनानागारदारपूफर। सामुनक्षत्र और६१३ (1 -रोहिनाभिस्वाति अनुरामा मशागतीष्ठात्यार्थविन होतो जानते है . संभतासापोग-विहारमशविरा 34 जाबार अनाकारतारेवती। मानिस हितधोग बनते हैं। प्रत, लेखा अमृत सिमोसे (11 ताकाको भाते हो तो बजेमाय हैं). For Private And Personal Use Only Page #19 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 51) 121 बागेमोडना). मस्त में योग अपमेगोकापाला करना चाहिये और भयारिलो पर मस्ते अस्त्रा करने योग्य हो जाता है। रोगों में रातमोग, कमारयोग Astam, सहयोग अगतसिंग मेरो जितने तमिले है। सवयोग-४-१-४-१०-३-२०ी प्रेशर सबहोशों को दूर करते है कहा है सर्यभार गोतियREAनर० ने रविमोगा स्थानिय विकास मिले। कुमारयोग-विनर रोहितानलेश। वारसास्वामूलतmपूधगार मान से नवाजा नात्र, सोगाला एक मरेलाई चार र इज में से कोई तक होता है ख महान होता है। सरोग-गरमगसिर / पुष्पा की / सिंजारराशाखतिढा भनिधार. हाहासेकोई नत्र,रवि मंगल। उधाशकइनमें से कोईवार और शश १५६नोतिने मरसन्नता कहि रेशतिरानवार- कमेनरो For Private And Personal Use Only Page #20 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir * असारर हिंशासनतराहिहालत, रिलाय अशकपरे गातेहिती रात शिल्पशारा वासु वारंभमेश सिंह और सिर को माहै न,कन्या पर मालाको माग और र नकै तल मकर इन चराको भाल 1 भारत पहले किया visit Mrfamar और पानी केला जे के करते है साल का LETरामागास 4 सवाल। पखरोमामासा रासला धारा सामान सरक स्ट १३लासर, Yantrar इसमें 12113-14 इन प्रो For Private And Personal Use Only Page #21 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir छोड़ शेष समरब काल, और महतोलाई कर ( लाखातुमत aari यात सत में सोनाक्र हेयनाता है। शिरारतमा मोरिया के म तसे नाता है। श्री राम शास्त्र से कपनानसार .. तारतुरचे मुजरा .. जानवरसारमा होगः पूषा : सोमभामास / र स्पेशानिले ताशाना गों को हमने होने वता :- मिसेणचा हा एक :-रासर में बात For Private And Personal Use Only Page #22 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भाके रch में द रारभ कार्यपाला है और इसके लिये जोनिमाको TRENन रहना पड़ता है। Rajesh कहानियक 3ामही हैERH परिवार समेत T, वहा के साथ हो रहा के 3 से हो जाता है। चीन -- गोली मार कर लिने हमके में यहांल किया। APE|4|15 को पूती SHARE 14/17) 11 से उत्तराय मस्कारा ? पदक औरतीय मोरियोगमा हाल होता है। कर का ATMain मा हारा है। इस कारखा तिमिले म ला साहिसि मी और रात्रिमा श हरीला For Private And Personal Use Only Page #23 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir रकों ने ली है। रत्नमालाअन्न 14 सामुnिan४ा१०, : PRATAPoran पूवाया। तिरे. हाराभाg" . भाल तार में मंगल कामना गया काANI राहिले गिन्न समnterta रोम, यजर, ईशाइलि. वायका औरि पूर्व महिलाओं में प्रामा Rani में भाका मप रस्ता है - - इस नाते जिस समय जिसमें कारक राहीनस समय नसशा संगरख प्रमावेशद्वारा इसका रत्नमालामालारणा है For Private And Personal Use Only Page #24 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir तिरो।) तीको हों में से हीलरों पचा४-६-८.६. 12-14 तिमी मलेखोराको थे परीति है जहां तक सीHamar को होना या पर दाहिरिरारी बाते कान हर में से निकलने of शतावलापता हो हो * ToN ने RRENMARRITASH - 47 यांची PAARAT ELEADERERALIA kanyak NEHA शर५Tv Amrender सलपविहीनमालक Eng25) वारों में रालयाजा है परनमा दूसरे साथी जोशात सिकसी For Private And Personal Use Only Page #25 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar हरार कराया कोबी , माल 3.01661, रादि कसा - होता वसलका-बस्पग्रहस्पधारेवर RAकर्ष, अलि तस्वकालहरायां सर्वमेव निकसनवारच यलम्रगतिनातिया तत्सबर हामी तिरेकात्तन(पा नावारीको सो रात 9. रोहर हैन 19151014 / सेम-४।६।।।९।१२।१३।१४। गल-131161 र 141910 // 4 // 61611211411556 41612157 For Private And Personal Use Only Page #26 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 2-2 मिसाल में ले गेष्ठ,304, महानिज, कार्तिक और प्रायो १प्रास सहने वर्जित है। ** TOMT 3 JUNI MIT में सीललेते हैं। 6. बारह के प्रारंभ में मियन केन्या aire और मान ये ४कालियो सात है शेष से कार्य सिंह महर और METAmar सीको पूर्वमा HTTE बारा वाजाने कालिमा होगा है, तब भेषषलाइन कालियों में उत्तर द्विार बरले मकान महिर entrहै। इसर से विपरीत कारवाह रोग, अनाहती है। इस साथ राजतरको बाहर सोरोसे कामोतारासी / For Private And Personal Use Only Page #27 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मार भिमतमा करोति कति रोगोयामाहा, कमालगने मिरगे भासिने कार्यह 3- कराहीके सूर्य में केसरितार पूर्व में ही मकर फैशन की कालियों में rent रस्त ma ओस इन सारी के सस के समान ARहता है और मेरठ रीन सेकादियोtan.रमें रहता है (जिस स निराशिाास का निवास होनस समय र ने सम्मुख प्रकाहिर कर रहार सही सलाला लाम्हने यहmay नियम है परन्त इस Arangभी है र सिंहककुभ इन सार रेशीमों में किसाभाशाशमें सच होस साम सवािभी में द्वारा संकते है सजवल ना है.. . हा सी- ल्लिो काxkaरान से भारतात For Private And Personal Use Only Page #28 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir "JAL योग) amanाह करने से प्रतिपला में अप्रीतिभाव रस्ता है। कात्री गौरतलता है। RE योग में सराहा। तिलाश--- मेगि--- ला२-२ सोम काल 2 सय अनि / lan पूसा धनि रेका रोहि पर 310 जादा - अन 31 सा हो रा 522 भदोरात ओक्षा अपूस भी मना लिाध मला कति मन मा स्वाति 1. - -- -- मल-विराधा योग में कानाया होता है दूसरे' योग में मात्रा किरही होगायोग में यता निकाल होता है। हर-चायोग कागरिदसवय होता है। विवायोग का महतो सन्तावापहमेशासोबत सिसोरता हाही हिट र सेदितrti For Private And Personal Use Only Page #29 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir में गलको यात ताण में करने की योतिषशास्त्राता विशोकार महाभ और हलेश धावासकासार कासिर गोलाकार समकाओं में सिर 21 मारले र के सारवास आग्रह नहीं है। मस्र केटा में शहापदालेले मासागचा है त सही सपने 2011मायर सुप्सेिम केहि दिनों को योतिष पराम STExtenतमानीव हारेकर, है कि महाराभलीन साले हैं। सरकार सामी के बाद भी नामी स्कशुभ मानिसमा तेरा विमा योनिबारका लेता है - कासार हनन्त तारका तिवसाहतोलन संघकालोय मातत्॥१॥ f, For Private And Personal Use Only Page #30 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar _ 15 होतोस कारमan है।जसका नामकरी म 2 मारा भरमा हामी 14 66 1 SAPHY RSSPREVENTS में मानते हैं पर अका तरी इसका पता - - : For Private And Personal Use Only Page #31 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar जही होता कि हमारी रहना / नामानि जातय सोपाध्वीकारनुसारतः। सनिगमानसार प्रासादा के समकऔर तबजाति जनके कारनाकारको अजसार उत्पन्न होती है साह नले दूसरे बासाह के तलने समान हो सकता है, परनसकबासाहकर निखर पूसरेशासाहकेशरवर तुलाही रेस तारकादि सहाकारता है तल्ले पर बासाह देते हैं. परमें से Santa शिरवर जहा पता है। के सराबारव मासाहीका मस्तिष इसका लाभ होते हैं 2-2 गोसारकामा इस ने र इस प्रकार से अवगई तलपर चार दोबसेकेसरी यह नाममादा होता है। . इस बासाहका तल झाकिर होता है For Private And Personal Use Only Page #32 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar किसी अन्य में सर्व नोभत्र प्रासा अगर तालका PRलिखा है। 2-2 2 को 1-41001 १२और 3241 काम - 1 ग्रह नवीडक माह है| कोपपर to . .... HAR 3. स्त्र ARAMMAR fro Sonान m poron For Private And Personal Use Only Page #33 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achie नन्ही हाता है। इसके कोर 2-2, पसार 1-224 र त्या IANS मोहर कसले के म. . . Tennहे! Sin इमो को तो सर 2-2 अगर २और पों श्रीरको .................... REE का ताहोता / कोहरेली चाकर सी इराक को सरपसेपर 1-1 " ::FFER, यह 29.16 APRIT है।.. A For Private And Personal Use Only Page #34 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar -१६बनाने अचार विकानगात से TAR . Skaiselle काका-कोर और 2-1 11 24tsकाला / हेमकर 1-27T0 से करता है। . 1 ले लासन 2011 मासे केलारामासाह सोना है। For Private And Personal Use Only Page #35 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ..27 preमजा कर के सलमान, से नाही४९ चाला पणितजयसार / MATION का तत्व भागना होताहे Pronोई कहताहको अरो मनाऔर रोनाते हैं।होप -पहरे के बीच तन्न पत्र रोकेका निकाला 300 रोगों का निर्गमासमा सो को लघर 2-2 ,बहरों पर 2.22 संपर 3-32 चाहेंगे, ही मर सिजन ना और पहरों को समापसे 2-2.. गत इरा का ५३और स्मन्न हरेशर 14 महाजीर-- For Private And Personal Use Only Page #36 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir * साल के कौशारे लोगो ने शोर हाति / . रो परनिकेत 17 हासेर रमासाहाने / RE * + 1 रोट वास अनारोल र नसके पास हो 1oantat31 -- १६गमाहाको सरह होता है इसकेको र २-२२रितमा कोना -2 तिलक पहले का / लर पत्तोडेर 3. दूसरी लिन आन्दर - 4 For Private And Personal Use Only Page #37 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir और -3-2... 22. कर सासाराला रत्नरो को तार तीसरा हासेर वेड्टी न करे जो वाला है। थेडी ने कोरा कामकर मोदी सरकारने से *डनावामा गभरागडासाह १६पत्रण C 0PM... मारामतामरकर तीसरा चेहरा उकका भारसाहाना होगा। 20 अक्टोबल मुकरोऽतलाके खioney. 20 (ोसेर-20ोल). For Private And Personal Use Only Page #38 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar की कामना 23 -- - 1) कोलम-२यतिर सारा रानन्दा- सदा औरdaste परीके सयकार मे 20oN ॐोरलाने शिश्वर में 2-2 तिलकोतर नन्दी) नामर१-१taमाहिला के समोरोत्सब 2-2 का योहार मरीजन्दागर-१ गत तिलक,भारतदएर 1.1 कर रहा रमन चटरसात - लाजारमुलेचलवासा ! 21 रावत माटोछलके कोसार तारारा संगहारोtaaकर राहाल साद करता है। 22 रजहर For Private And Personal Use Only Page #39 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सेशनके सरसोको मार (तल और कार - के से हासना - -- बत २गरुड़ राजहंसकेकोमर तिहार सागरने से ६३डया कर लडयासाहले। २४.प . लाके eno कोता,२२ भाग 3 जारमा मागकोभन्दा और भारतमा बजार, इरेजो भार ने से गरम हो। छाती पर प्रतिरोपर 3-2 होगामार मार 2-251 21 घर 2-2 भार1रभार For Private And Personal Use Only Page #40 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 24 25 मेरु. UTासाने की परतोसरा चहाने से नहरी/११ स्टार मेरुपासाहता है। सेवन निकालने में डासामना auch ता पडता है इस वालेसीमामाको सामनासाकेतललधातावरोड) hie RT रसालार प्रासाह का नया कराना मासेगमा तराकर यह 12 अगदो इथ वास्त का जमात्र शिकार कर सके सापानि शिया वारसा मालवियानीचे होनाले में साफ र का समान स /७/२५॥मसे तोउसका वायरल होने असे मग २स होना 198।२१ससे हो ताजा२।२४ होतो या For Private And Personal Use Only Page #41 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar 6 . ATERI) से होती त्या | 22 / इसमें से कोही कामे को सो man और अब 2 को तारों है या बात साली ले चाहयो / (ArchivesHोक) त्राहि मासोमहवालयका प्रारंभकरोका लावे मजब -लिखा है१चैने प्राक।२ वैशारचे मनमालिाइज्यो मल। सपा माजाका पत्रावण अनयासिसाहे नाकालिका मानाunarrantee भारantifiantarai में फल का प्रतिदक राजवानिकी पदारमनाचाहिने अशोककर निमामा जोह मकरंदर ताल धामणे। सनी लिने कतिकरंभताया कि भातम गाणे-सासालोसनायामाने (191) का पति ) है For Private And Personal Use Only Page #42 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सप सिंह शामिका हरेक deh ati नाबार!" M AR रेजा किते. * हर माना कि (संह साग -Awanागर बजता है का है। सिंह यो TVवस: Rangmait यो जाहारीरिक 2 मास ) महासे में पारा लिया है . ( सर्व होने से आRA मा। For Private And Personal Use Only Page #43 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir कपून टाला सर के उतारने बारे के हो तो काम में ले जा मामले में सके ! असम विजा करा साहिD \ * को जातक अस्त हो कोई कामे सेना के ये के कमर 21 अवायवीय कोर से सटी का समय होता। हो अमरीका बहो सातबहानामागास और maratdat a ant( Rana तEिinmस हासविर में * हरी साकसRETak For Private And Personal Use Only Page #44 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar 1(20 कपूल तसा तर कतारने के बाहर केदा तो कामील से जाम ___ मन में सो ! Xnaa करना सहमे 78 + को जल तक अस्तको काम राजके 21 अयण व कोर स्त रस्सी समय होता है। हो अमाकेदावोस तीतबहालमास और Ratantansix 2018t ( Tanaतबास NET T*32 कोनहारना R ifal - हास For Private And Personal Use Only Page #45 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir font दिनदिन हिमाल हेरलते समय र, तिगत रदत्र को करता और न इसकी विसार कराने real करवार है उसने Ma स हितकोलोर देना जर रिक्सावारमा चलना। रारा, लप्रतिपदा - Rastram AR तमियों में अतिको माना जरी कर रखा हमे यहि कारबल रोबार किया जाय और कर इसराता मला सोलो सिगा जा सकता है। मैचोreparation नहा रहेनराहिले नाती-शाजनों में पकाये नितिहरे से से क्षमाद सौभानचोको करना। बालीभात, वैशभृति और परिवाई अहो तो उस निको हरेड हेमा सेवा और जीरे को मामलों बाकी आहट मौदान कर भकूत तिरस कला है। For Private And Personal Use Only Page #46 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ५/पत) मेलन समयमा कारावासका 10 तक रात्र काम करने का जीचे के नोक में विधान करता है. अहिले च तथा योगेश लियो।। कलासा हवामायाकार सतेजायोति मे यपि पहले के प्रडा अधमोहीने बाद नथ्यवद्रोदय तक तारावलले तीर कामिन करारजना को है पर रह -लन्द्रकी महिला चरमरा में से समी काय करने की ये ही सादा। सारिये अति जब तक जगत नही लेता सता तक, ४१६१९इन तरारे में काम नामो सकता 2514130thi stति सरत रहता है कोई भी में 14 तारार होने पर मही करना चाहिये। Careering 22 For Private And Personal Use Only Page #47 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir - - र वास्तुमारीप्रारम्भः नमस्मानी जगहियामाधामुहिनती उपहनीही हाहहायनी भवने श्री 1 वास्तुशार समय विरच्यते / हमा सारत्यारी स्तबके दस्तुजी 2 यायामाचे पोप्रश्चवाभाप्रवे। फाल्गुने च होते ते हने सई समाव / पुर्वापरासो गहा कके मोमोघट 112 तुला जालीरपत्रके व ग्राओत्तराननं जूरम कान्यानुमान के नव नारयेत् 13 अन्यान्तरे वशानाभसिंहले काहगे? चल्तिा यामा भर नहाया पर मारिया 14 भाभा बस्तिबारा गावोभना नायक उत्तर टोय हो हस्ता-मोबाचा नाय बतायाधचनी चैव सती नवमी तिथि: सकारियोमो वास्त कमेसु शोभार 6 पुरालियो भी मारत पूर्वाभ्यवस्यक उत्तरास्पंन कानयाहि-चारी 6 . AAL . . . . For Private And Personal Use Only Page #48 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अमावस्यामायावत् पाश्रमासी विधनियेत नवग्यात्ययापारी यावत्सलवार। यहा प्रकुरीत तह सपनते नहि चतुषी बाघ प्रहरी वा हसियतस्य विवर्जयेत् / हर सवसतो यसमा महाव्यभवेत मवयोगान प्रबदमाम वस्ति मनाविदित अविना व्यतीपातः परिघोवनरब च। 'ड: ल च विभीमाप्रातस्य भूपात सतान योगा न समात्रयं हाभावे रेप नही वियते धरिका सिनः पंचवाननियतसी) बनेपटिका स्तिस्रो नववरपरिवन येव / अतिगंडन वै मानववा नायिका / ईछ घटिकाप बाधाते नवमाना। रलेल टिकापच सहावा नयिका वैधतीचं वातीपातेधकाधिविच परि घटिका गित पशाचवा. तेना प्रहका नोषा सस्लिान्या सभांवकर योगा भावहाना रास्तस्थापनकर्मति J . . . For Private And Personal Use Only Page #49 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सचा नाम स्या तेषां फटनसिस्मिता करणानेपवक्ष्याबवास्तार गभाय वे. .. तैतिल वजनार्ग बालवं करपानार। , धनधान्य कर लि स्य:श्रेयसे च सरवाय च / / स्वेते प्रेत्रनगिंधर्वा जभीजरहित / स्या वे राजसह मुर्ते रहमारेभत 'अपवर रवासेबलवर्नमायात पणिमात्र अमिलोमैत्रज्येचोवे अनरसा मेवानेयोकुजेनेरेलु चेनानिति तथा पुत्रयामो तला शुक्र रहसाम्रोव्हसाते सो मुई बनायो सनीचरे / / अपनत्र तराटहीमा तोहस्तान्मेवाहपी ब्रह्मसमास्वनी वासवं पत्र अभयरषचक्र-सूर्यभाचिनहरमवेहशुशान्त प्रयेचा राज्य स्र्य क्लेता धनुनयं वित ने सन विधात यहाहाना निवाने स्नेत स्वर सौमोतेथेच कर्म।१८ बालमिस्तै हामी यहा दिनबनेन्द्रगे। सरस्वमूत्युत्ते. // 16 तमोकोमिकजा मापानापसभा वेबसता नशा बला नाचत्रामिनः 2 - -- पापा . For Private And Personal Use Only Page #50 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir लग्ने गरी ते यामि शब्धौ सहने कुजे। घटे) के रचिंतक स्थिर स्यास्सिारवास गुरी केन्द्रको केन्द्र खेचायगते रो) तमामो भूतबके कुजे रिपो 22 सहजेडले सुरजीवे वाताबासयु)रापः ला कुमा-चक्रपयवस्तू यहा पर्वत प्रालिकाले सरसाव तर स्थितम् / कर्कलमसितेचने केन्द्रजावे ग्रह श्रिये 2r स्थावस्ये रहे मित्रे वासोच रात मेयोऽय मकरः कनाक बसला 15 सोहाना क्रमावासप्तमं . रालोद चेत्परं शस्त: सतमे शामे ग्रहः (36 तहरन्छ भन्ने नायते परैः भृगुमीप्तोलनजीवननियंग शनिस्लायामायस्पस्तीमएर हानि हसियते सुराचा धनीनगरनौ मासे के रतामा गंडाते तोत्पनेत हाटोनी गुरुवातस्ते ने गोडवा लियो। .. ... - -. जानेष निदेष महावितर. - RANA For Private And Personal Use Only Page #51 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ... अमलानं प्रवक्ष्यामि रहार ऋभावहम्। योधनस्तलाकन्सानियन कलदास्तथा। एनानोता शस्तानिरहप्रासाहकमेलित सिंहकिकुंमोहलानान्गाःस्थिरातिपहिं / प्रासाप्रतिमा विगजगतापमण्डपाः। प्रतिमा गरारामा निवेत्रासलिलाशयाः हाहिकर्मक्रतवां सिरहानेस शोभनं सलाहोतीयेचपछे पापामारहा। पापग्रहेष्टमे देव मरप्पं प्राप्यते भ्रवम्। सिंहमा जानिराशनां सपा पूर्वमवंयहम्। क न्यामगंशानं दक्षता प्रकारयेत् / चप्पजुग्मतुलेशन पश्रमायांमुर्ख रहं / वषमेष घटेशान रह सात हराना फाईवालयोमानलिंगतोयात्रायाहि / प्रारी पूरीतायां च श्रेयसे वास्तु मूजन।। प्रासास्त्रिततेनचरिरहेकहती राक्षसाः) चतुःप्रध्यापपरेराजरहे येत् / / राकानीपत हलि रातेन सुरवेमस लिखेलायतवास्तोमरलारशतातिभिः / For Private And Personal Use Only Page #52 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir iT1'. अग्रे वास्तविमास 4-580 हस्त लक्षावाला) आपाहि-अध्य-वायरल-तार अविपति-ह कन्दारितगेकै स्याहार पूहिक शिरः। मूर्धान नरवनेत प्राल्कहौ खनन ग्रन्थान्तरे-भारतिषिसच्याहे: पूर्वत मुख खात वाठमशातितेक राक्रमार। नानुमात्रा खनेमामणवा पुरुषोन्मता-प्रतिष्ठाशरसमन्वये / पूरुषमात्रातुनशल्यमहरखे। जलन्तिनी स्वित सत्पासाहेषहमणाम्। तस्मानप्रासादित भूमी वावजलान्तन / पापकर्करान्त वातावरस्त पुनर्यजेत्।। रखते पूणे हा होया गिलासनविन्यास सभिस्थापनमंत्रोणाचाहनातक। यावलोनिरस:हिमवांस ययनल जमध्यको नरेन्द्रस्प तणावमचलोभवनमः मापन विव शोटिलता अाअलावाया For Private And Personal Use Only Page #53 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पनवस, पपा नतीन ग से कोई एता. मागिरा, अछलेना हजे, क्योंकि देवावट जयमालाभ देगा नन्नवालिया जाताहेता-स्टपादाम का हो ता या सरकारों से कहा प्रासाहत मरता का हो तो आज (In रेत से सके रस दाamragee आय नहर सायो ते गिरोह से 11 से मसलो का खातिइनमें से कोलिया) सत्यारा Ham सजातमा सामान्म हर राक मत पाकर मालारे सामस) 10लीको जन जतात करके हरेगा. भाले सामासिकार नहोत्र काम कर ? हो पात तिरिकर तर मनाको हक जबरखते समय के सा रामकहान-मात्र ही लेलासाहिमे आरामात For Private And Personal Use Only Page #54 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir AA नेवासका असर का से जाता है। ___ राति नितलने रीति अनिता नक्षत्रों में सेसिसी रतावास में ही ठरासियाको काnnोरजो शोष रहे चालायकी सर .. राहिमे जहावीत कोना रखगेवहां जन्दनीक है? in तिलका महानोकानीको दा नाता हैमरन वसागर्भवती, हेचंतागर सकेकसार संसाने व्यपविलियर जर- चालय) नसकिर मरवाहार, लामाकोभसमें कस्मेसमावे For Private And Personal Use Only Page #55 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir आयो की ही तरह बार आती गोत.यह कहतार awra जडामा इन में सो यो' जो काम आपसेकाही गोली 11-221 में 2 63 138 // 15 shareli हो तो जाता है पर माटोगह है कि से निग 37.? कारantation साह . दूर ज हर पर मह लि. 31 32 APR Nrt. 13 HATHER चाटनासा आम 2103 Tोनि में - 12 R Coर For Private And Personal Use Only Page #56 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achie चारा को चिसो मेरे हरतो, शोधतो जसा तो बाझो हे सार। वाले खरजि गोगो स्वीरहवाहन मायने शतोहे हा रार, सारित कर एक आपने स्टा रारा amon. anm के सामन सिंहाय // 2335 बसेको Mera स्सयता गजायके 21 मे सिंह रावासा सहायके स्थान मायादिया। सकता है। समाज शि. सराहा है चाहिये / यही बात २arकार ने नीचे के रहा है जाहिरष सिता कुजरे, तेपासना 2 व्यय For Private And Personal Use Only Page #57 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ' ला में भय हितकारा है : वाणिवार स्वरजीविय Saamana के साह होके धरी मेखराम हेजा। और.याना ) आर ( पर)वार ( 3 ) मला ही में होम, तारा प्रयास काम (सामाहारा अहाहाकारका प्रमो . इतनीका में कहा है जैसेछले हेरविजसा बरे हिसार * सा रेखा Meron. स्रो राजा anusmrit को जोर सिंह मारवस्त For Private And Personal Use Only Page #58 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir बासाहतलाना पल्ला वस्त्रालंकार, सिंहासनगर होलानर, जार, Any हिलता और महलाई Hinाहाकर सामाजिक माहेरवाना। हस है हर घर तर ती का जलाशयवसाधार यदि में arrror 2 से मालकासह - केस कुराड,रतारिश्रमाया है। सिंहद्वार, NAMAnnuर. सिंहासना हिमेसेहार हेजा। 4 साहायों के शरीमें नागारमा 5 तेरो घर हशाल वारहर/A)रखजाना भोजन For Private And Personal Use Only Page #59 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir में से it. IN और जाये तमाशासमा ने गये है . यी हरियो सारी हरु आम है . सकरा निकासी सपनों से अंक आये कोर महाराजा FATERA नामको 1 2 कोहली भूसार इ न भी ने जोर से.. “ध्ये युरेन हारी | नमसोम: eat night हेल मातोश्री काकाकाकर For Private And Personal Use Only Page #60 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar उनका गया और अशक ये स्माररागढ़ लेने सोप किवालसनामा ममता "जैसान नाचेक लोकमे सरकार तिसार निममामातस्य डिवेनाहि स्थापानरमोमिया" अर्थ-हारों याचार करता. करा और नाडावेशाहनव भगोकार यार है और उसके सापनारमा के बीच हेखने चाहिये।ामनन ताराम नन्दो और य हेरलेस ने हे सारे और धाक काय ... देवता होगा। इस तरह हर . नवरत राशि तरह केक पाने हेच लेते हैं हा आमाह-चार रावर हर में और, योनि साह से। लाही और लग जबिwan aur कुल्ता हेरखते हैं महमेशते१ आय- राज,२था, सं वान, मन, सार, गटकोक ये है भाग्य क्रम'. प्रवाहाबलवान होते है For Private And Personal Use Only Page #61 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar के मुलगाहीतर नस काप a areATA TEAM भरत जोडकर सारेकालनि शुभकामे तर शेष नाही, FAST RE का पुरस्कार विभागका में साकला है इस बाते हम ने पुnिnamritचे लिखते हैं 10 भारत महल 11 कामों के बाह8 2051 एकानाmama/३वारला है| रकारित अनतर कीरिगोशाकमा को और 4114 कोभमानत हामों में साता। / 15/ 222324Meani आगा / For Private And Personal Use Only Page #62 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir on) इस तिसरा प्रमाता जी जब हैEarg प्रधामहिकार स्वर, हरेसका नरटिका मिटि Minओ रामारामाANER, धनवटेपुर MARIY शिविरमा महाके हो स्वरममरले साल ही मेरो हो साता (रता है Katreo शोर सायदा करता है लीना मुख मा और के का एच को नादि है.. मधिल विचारचौप्रकीर्तिता। सपिाया बहन या वाक्याकमेव च।। For Private And Personal Use Only Page #63 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir . कुशिलारकर्तनधार स्त्र सुरक्षित हारेच जलनिश्राव देवकुर्यात विचक्षणः तिम्रोन्नत करालचसंसखसरसहरण) पृष्टेयधामावतीचन कारमयतर हे स्त द्वार चमिय च विपरीयन कारमेत कडकरकिया महाकायापमान। *जानसाना ती स्थान प्यानलननितिः मत्रम्मत या स्थाने पानधान्य कराहक भानगड गछान्मनुस्य वातासात रजस्वला स्वातप्राय संध्ययो विमुख। भारानगाभासही से अपते / / यापनात वकीचाहतपयममानिया रक्ति हावापाक पाकर्मह सहाकली' माक्षा-संध्यायां यत्र शिविरो कुमः। माय मनचलााकं यत्र नाक्षाच वल्नरी मुसलोलुखलेत्रणामामातबरे / - : .. .. मंत्रश्नावकर सम्रा पकावकानधन। ठाबालीपीछानेवार्या स्थानाडा समाये उर्वतावा रात्रौ नीचञ्चलती चानित. विनीवहत्येव पुत्रोभार्यास्तथा प्रतान For Private And Personal Use Only Page #64 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पत्र पान विश्वका काममुख्यैक्रोजन अपाच प्रयस्तिो बारेषास्यते छत। बालानां नानां यानी जते पाच यंत्यामन निंरते न मासभा असारसामना यंत्रपुरगेनित्रा अश्रमान विधामा प्रधानता परस्पर, परस्वाहानरुचयो विपापपय हार "अम्मालपालिमत्र गीतसम्रा गुरू मास्ताचा स्वभरिगरणा वधू' तत्रभानास्तीका पापा निर्मपाहारलंचाष अक्षयनीन्नाचार रहिता नरा. हिपभवने यत्र पसानामार्जना अनाnataनतत्राल-हमारी सहा वेशास्त्रविहिनं यनास्ताकाक्रांतीमहीजे मानामाहा लालयमा संस्कारवतं स्वामित स्वामीसच लिंगी परिचारित प्रेम तोडियमले पलीतांगोहसारभी। - केवा प्रश्न तपांगार तवते,तं / / " कमालासिर मसानीती स्वपट्टे परपुरित / मजोर नकुलाहाल संयं कलहारवे द्रव्यामकारेयान यतालयं बोतल तस्माघानमारित्यज्य शामि / For Private And Personal Use Only Page #65 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नेस के सामने आआर मीछे आमेर जोर्जित हेवालय रोजघर के संपरख लो / भोट माग - India लाई भारतको हिजा में नाकारल्या . रामा नदान ताकारी Rate करायलको सात २१४ाकार नसोका भाग ..12 असो कि कोतही featm काक साताहिये। 1 सतोगार वास्तविक हायों के अगले होते का भी स्क र को 29 करा A, सम-समस्सोका काम परेले यहोत्री .. . For Private And Personal Use Only Page #66 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir र 1.2 लिटो ले हो सोही हैं और हस्तानका मदन मित आमालले साये / / रतसर साजिरसेगमतास ने. मतका 11 मा सार 4 अंकअंक लेते है१.3 और पूरा), पाकरिता लाने तथा इनके तिखियोग का निरूपरप राजवजनके rahi पानाचे मजर निया "नोज यहाभसहित caianta यमभूपविक्रमवशावेसरोहित मामेल यमस्तरामनले माओतथा और राhिtraliaरनगरेसबाट महिला आये:-मात्र कालका म और के सहा नामात्र मरना नतीजओं को जोड कर तरजकाभा हेनेबरहे तो इसीधा योग रहे तो For Private And Personal Use Only Page #67 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नग्न तपस्वजालान प्राया हानिन योजयेत् / / शुभारमायभूमौ रवे: नरैः। . कोरिया कहौ ठेवा सलमान्यरिकतनम्। एलान धिकहरणिकहिवाहा तबल छ तालिमुरबागवाक्षणामू॥ तथा हाकिस्तंभ भग्नश्रेणीवर हा विकप विषमचन्तन निम्न माध्यत: उछाहान हालमिरन्त है। मानहीन मर्म ससला विस्तरे त्रिकं / / बहुधारचापवास्तचित प्रतिमितिम्। पस्थरी मूलरहा तारकम् / / शिधसर्यानाहान अन्तरेयाग्रह भवत् / असिंहरहितावित शास्त्र यदुई। Rat बहुकलेपाढसमसधा त्रिीरोगरु॥ खति माहान मार्गमरमान्तरे स्थित। अरनेवालापर्वा परप्रव्येन विति वरित पूरिस्तपताइईकारित। नीयवस्तुजव्यैःकृतमसन्तती वराजामात्यभूतचत्वराहिमीपगम्। अवसलातलेऽधिक वानर रही। For Private And Personal Use Only Page #68 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar 4. प्रासावरतोस्था त्यात प्रासाजीरहे। . विसरणतो नकुपिष्ठतः) विष्ठावमि विधेचंडियताम्।। द्वतोदष्पमध्येत घागमनपरुपेत वद्विग्रहाहिवास्तूलामिछेअदा(सदीती। प्रागत्तरे सर्वतो वायनान्यतोरहम्। रहावयगे? सर्वभाव विवयेत् / प्रायमित्रवैर माम्बीरहे। पश्रिमेश: स्यात स्वतोपरे। अग्नेयेन सेवसमुतयः। वयरिसरूप (महलोपशानदास्पस yिावलाभानी-शरणस्तुचतर्गत बासाहपापली परिवार जिंगस्यागपत्यक्त्वा यह कयौन होगह। यामत सेवन-वास्दना वस्तुसवरात्रि राससस्त्र प्रवेस्पनर वापः। अय:-क्रव्यासायावती तस्मादीनंच तत सतत वियस परवति।। श्रेज!-तापितधारस्रोधेरोजयतेमस) कृतान यत्रीय गवाहालकमारिच।। तबसविनेनवनिवान्नाविनियति। For Private And Personal Use Only Page #69 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ro तुरुनसाचष्टीच पटोलाजन जरी। सिंaaगतपासान् समातिष पर धूमले ये श्रीप्रोगहे रदोभूतपिवान हर शुभकारकीरा मिकिका प्रसकामहः७) अग्रहभिानिविनाशतमामान्य छायावामाना। नेहा रहे तित्याने हेममान त्यजेत् // मालता उमामाहा बहराकरली निशाम्य बाजपूत स मारतीचतिकरवारका नवर केतन प्रेता गिरिकताची - येवधरोहतेख तत्राभिवेत् / / ममते(मालताकेतकीरताहमाचीपनामे नकुलागोकपीपलीपनांबजे।। बारपाटलापुडासमालसमडणे. उत्पत्र नलिवेरापुरसानेजते / / हायान परित्यागा वन तनुते श्रियं / हेसलिनमाया धेरैमाकार tasur कोतोलूक्रयाहिसिंहस्पेनकपी त्यजोर।। For Private And Personal Use Only Page #70 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir काध अपनानलताप 9(2) धारापटह ) . ... रह परिमा , शक द्वारा हिरहाति 0-20 अप गवाक्षा 21(1) अपवारं 2182) रहेमामुशिवितरकलेच 23 त्यस्तो वास्तुर्तत्रेयोहास्तिवको वरः। श्रीराजपत्रमधीपतिसत्रधार-, ,, क्षेत्रात्मजोगिनिधास्त्रकलासुधिरः।। भगोरातनापोन निर्मितवास्तुमंजरी श्रीसलाधारायविरचिते वास्तव्यों रहाह स्तबकःप्रामः संपूर प्रथमस्तबकलोला रस्सा भरसर ६५८ना है। .... 340 . For Private And Personal Use Only Page #71 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 52 अपप्रस्तारः यच्या हिरवेशरून्यूर्वसाधो लपून लिखेत् / योपरि तथा शेष भूयः कुहिमोविधि। ऊने हेद्यात रू) सर्व लवते सरेहिति। . अपयन तार।। नष्टरूपे बुधे प्रचे गूरुस्ने समेलघु) विषमेवेकमाहाय हत्तयेत्पुनरेवही इशान नही सापपेहलान विद्या गुणाना' लघुस्थानोमचेरेके सेलासमाहेकमीश्रने रती प्रस्तारवरोसिसमाने काम्यानेकांत्रि तत संकलन कुहिपापसानी निवर्तनाव सकाहाल विज्ञानं दातीयस्थानतोश्वेत / / मेरुत्रीमेसयरचीतहल्लकिया। भयो बालखेतीककांक्रेनर्सयतो असरमा मेला मेरचाह मेरुके। एमालानी विस्तामाहवतेत सर्वत ॐकालनेनापतौस्तोच मध्यतः। आहोस्गरोसंप्रान्ते सर्वलचोयो / अमेधेका यत्नाहानांसहामातीस्ता रुता हामेरुड मेस्सीका . For Private And Personal Use Only Page #72 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir स्पेलपुनपुत्रमतेत वसवेरूल पूर्ववसस्तरे तावडावपाविषययः) लघपले गुरुज हयात रोमास्तमालयन पूर्वमेयावतोलास्तावतोपरेसन्यसेता। खंडवस्तार प्रत्येक पवाला हसुविक लडकियोकसंधातपायूपाय जूतिः पर्वत गुरेरघोलन्यस्पतर पूर्वरो रोधस्टार पिरा। रसमा पुरयेत सवधावत सर्वल भवेत्र बर्गरूपांवस्तारे यह उसके भवेत लघुस्थानेहमुबलिप्रतिरोन्यसेत अथष्टहाभानिसमाजविसमध्यज्यवापावारपसीने हमदारतापात्रेनियसमन्वितम्। सहनुलप्तीसंध्यासुगम बुशमुक्षीत। ततपत बली'नीत्यसविदिदिहायक नील्या निरालाल साहनालापत्र (Rarतर ललिताति) For Private And Personal Use Only Page #73 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir आरंभापकान-ग्रुप्यारा मान आमा कविते) मेलामो-च चारणी ) भारसागरे। तामrat मासह नरिन्तये // तन्निलिमासेहि स्वानले हने हात / श्रावो धनस्यात् प्राभे विरास सत्य हे मासे निकलहंसा कभियनवाश्या वैविध्यागमस्मतः माजेशिर्ष धन पाने लक्ष्मी चौरचित माघेवहाभ विधात फालानेगहेततो। ऋत्सकागमो वैरावेच धनागमः खेमत्या स्थापाढे पसमासस्पजायते (अपू परस्पर साह अप आपायगानि- .. अित्यनारे टहे मानमितिबाहोसुरालये। समास प्रोवामेत्रासझाही-चरणात। अजमने सभमनस्यमा मुखमंडपजत गह पियुर्वत्र मला विभाजपत्॥ अपभपरासित क्षेत्रीइमितेही अंगुलेका करोगिलावधीभरयाही बचपोस्वायानित्य For Private And Personal Use Only Page #74 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 56 भवन स्वाभिमानत: विचंतनोगत्य नियोजन व्यासे हैप्पयामिक्ते शेध्यायः। ध्वओभूस्रोयसिंहनगोखरणलप्यसो आमासाविसमा रास्ता बणनिचरालये। धो हेवग्य्हेत्रेवस्त्रे जलाश्रये कुमडपतीयनपत्रे नसंसले भूतोऽनिजीविनी गेहे वद्धिकण्डे महानसे।२ सिंहॉसिंहासने श्रेष्ठः३श्चानोमयादि। खोधन्यासनस्यानेहगोत्रवतवट.v रवरेवाखरजवी बाजारपीच रात्री उसिरहेमाने शमने मोबिता रहे। मोहरममा बेपुस्थितनागघिते 8 रहस्यात मुलासस्वास्तनितपरि (स्पता। (सहलेखा स्पानेवासेट / नाभगोहेसिंह नत्र स्वयहा कृषी पूत्रोप्राक्रमाारेजसिंहोवमोगरा जय जोहेषु सर्वदासाहेनरलाये। पूर्व भारताबसिंहगंजवाला। दिशार सोसियामा assim For Private And Personal Use Only Page #75 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सोमसो तगज वास्त:प्राई सर्वमुखो ध्यनः।। मासे गोभक्तोषमत्र में हियो गोपनी करपुष्यः पुनर्वस मृगोष्यां श्ररिस्वातीनणी यूर्वाभराश्रय रोहियपाधिरणस्तोता नवरस्तसा / अती स्पस्या मध्याभर मलष्ठयोः। सुरदासपोवर मरण नरराक्षसोः / अपराक्ते व्ययःमःआयादानस्वाभारः अविना राक्षसोसाय:वनस्पध्वज बना। शान्तरस्योद्याता श्रीयानसामनरहर श्रीवत्सोविवाधितात्यायवापाःस्मतः आगाविस्तरमपमूलरागिरतटस्मतः। मूलरात्रौवार्य शिकागहनामालिन्च) विभक्तेयःोमस स्थादिताहिक क्रोमानपोरेन्द्र प्रासाप्रतिमाहिए। यो दो चमारवटहवेवस।। रजवान रहे जनहिरवाजालये।। वास्तुननरत्रामस्तनमत) स्वामिलाममा तम्ले तारकामानित। विच सपायानतात्यायसान्यावहा: रातमनोहरारमिकलरुवता। परनारसीतारामजनमानवमीस्मता।। For Private And Personal Use Only Page #76 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir S . मनसत्ता मिनिपरापूर्वसिम्पसेत् बद्रस्याग्रह सेवारत मा प्रतिहत:) राशिनानिय बेरोसिहोमधावये मूतनयेमुझोपाही भानुवरासया।। निनाभितेरासोयह धेरै वर्षदेत नाकाचन्द्रार्क बर्णवामिजः ) शुरूसंघकाचा बाहानामबीश्वराः) जत्रायकेन्दुिनिया बुधवानानी धरा: वैरभन्योन्य तत्रताम् मूलाहि तो ग्रहोत्सेधे रोष्टमाते। युवरावप्यर्थयतेस्पसमा अवनस्पोय तेत्रफलेमापायत सधी) वसभिजेरोधिपतिः समः विकृतः करिवधूलाई विश्वरः विलोभव कसोवितापकः। नामारियायलाषणे। विचसप्तनिवरिप्रेमयोत्तर अल्प ब नलयाम सारिक सिमहन गेहलेभधारसरालय। सिअप्यतनमानसात संगमेचा स्वभुवावालिगेषुधिमूवनसप्पं For Private And Personal Use Only Page #77 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रमः am सानो हिवाबाजीकुना धिाम्। भूम्रो समेको विमानलेश्रया। छाया विवाति नियमितया पूवापर नदिक। सरप्लामा चन्द्रास्ताकार महासरः / चकरच कासात् सभामसलत / / नाजवाधापी विजया-चक्रमाता। ২য়কঞ্জিস্টর, कूषः स्युबेदहस्ताहिवारस्तान्तवस्तरा। श्रीमुख विरयः वार्ता हुनु मनोहर चूहमा हो लयोन नसकर कुंड यशवंत सदरीमती प्रती जनहर घमाररयता शतान्तप्रष्टहस्तावितरिहि कारयेत् / मध्यदेमलार्य धारक कष्ठात्रीकर। रुद्रन गपस्कन्दुसिोअमनारत श्री हरिहरहिवाकरमटेश्वरम्। न्मसेकात्यायनीही हाउपालिचरवी तपाईश्रीची प्राप्रमानालासुविन्यसेता। (शवगानिसमारसनगाधिमान अवतारहरेशन लिलाEिRTI For Private And Personal Use Only Page #78 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar बलमूर्तिलोकपालांकस्तया कुण्ठस्य श्रमिान! अवेलामा पास्तारा गास्नानफल पुरादिमध्ये वाचनालयानमुशर्म। यस्वामस्वापोनाधिनसतेः। ननवमलले प्रेतंकीरस्थानातचीत। तरेयरमर यह विराजितम्। अट: चीको हाधिकान्तनिवासका। Kaiदायवे स्टेज प्रभासता पिता/ काशीबवतोभयवेकानासमन। चित्रनिविपः समन्तास्वासित। कोटरीजताजावाहरोहरासतम्। रकचार चरिमेकानेक पुलाचितम्। संघकटनी राय कुर्याद्वारा यह सब वास्तुनी र सनक) कार - . . . For Private And Personal Use Only Page #79 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Nating उक्त सीमा सरसमा सरकार सोसार में नाशिलता। शारसासोपानतिको सहया। करारा, सेसीमाना) गगा रोकारवे गारहवेंको - "व्यष्टान्त्यस्यैः महाभाTET: For Private And Personal Use Only Page #80 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir याई रितिजोरहार पर लग्नानि का नही है तो माहामा या विजय प्रहरी का समय हिमाद्धिा है। में रिते लिजा यहरपलाशयों में रियर कोर के 12THeid ओतिप्रसार होने कोशीघ्र माना है। प्रशारमानों में हामा 1415719 सोमबार 32 चे सौभागार हो और न स्थाओंमें रामंगल, सदरेकर . बैते हो तोताह लेसरहा पूरा सहा जा चाहिये। स मसाज कर याक रक्षा और सोपसमा म भालेरी है। हमारा SHIF A ...., For Private And Personal Use Only Page #81 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar 5 वषवाचक पाचवीबायोति धागोलमें बमबार अनि बाहिरकत नाmy मात् भाकाहार भनीचरा श्रेरने) 3.४ोते.) मुस में भाजत नही ६मवारत-चनाला ने।४।४ .४.३०(ने, जे.) इस चक्र में भी अजित नसालमा। उपचा सातती मितादरा मेंरोभा सदा नेपानि, सादासात / दोहराताजिनि सासा .लेर 1411 जेष्ट / या क्रमाला है। मी येशन्तान वास्तच प्रयो जन पर मस्जिद विभेरह के योग मिलने पर भी सिकारता पाता .9ii बारह पक जाम इतने नामाको विवरण आधार पर गली गोता ले रही का नारा लिया को 1st करसते जासेमारतको For Private And Personal Use Only Page #82 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir हो तो वासराहा) सलाह जानो मे से जीत होतोतानक जसके बाद ना * और मरता है। 2 रस्तता दूसरोका पर सो को हर r यो / काष्ठ उप्रेक्षाओ 12 लेक। इस चक्र नहाल मह antarऔर मोदी सरते में लाजा समता है। उतारत तासरा भूमालवला में३४ो / ने २ने / इस चक्र में भी सावित् अक्षत्र हो / 4aa चौपा मंजाहित्यनिखबरें ने। १३४४ने (32. For Private And Personal Use Only Page #83 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सिरसा को ndan +a मारना संकाReatenanा माना Fatwari सात 12026 FOR संप्रतिमा 9tay mer/19 साले // 12 // 51Perein4/11 टमवारत खल का सार मिश्रित करने के लिये गोमतार जितरा जरूरी है मरता हा मकान मार र आहिका प्रारंभ करते संजय देवता कसआरभे रमभचास्तः"इस वचनले भी भारी वलतारतमा सवार हेरखना चाहिये। का सगर हमारे सामने प्रकार के वाला कजोलीले हि जाते है ! नारा सामनेट। इनेछ। 3 / अर्थात जिसनलार वर्ष रित हो सासेक में नसदिनान दात्र For Private And Personal Use Only Page #84 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मुले न ने सात नौ बालभवेत्। यहीं पर पाठकों के सभाते लिये समनिमशास्त्रा. न सारी और गोरिधशास्त्रानसारी जरिये आते है ! निला शास्त्रानुसाररवात-जत्र भारले 17 कर भी AMERI,MAN रक्षा मारत मागणी यक्षिण कन्या, तुलनिकले शहर स्थाला किशन लायम For Private And Personal Use Only Page #85 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 4 Bal होला है तो हम बात कर समान होता शिकागोभलि Sh नमसेकोमोनाको सकरने की नाल होता है। वितरकीदीरवात ... # Remarate को सभी 2-3 चालपET सरोकाला दि.१-१कोशामें नोमन तिरसती होलोसनातन ससे चोपो को खासकरवाये इस धामें मुंजा हिमनिमाइत मस ट्री है.--- ई-लत: गाति काल विहाय धिंगहिदि पञ्चमतिमी नुस्वPERIकियारीमाहौ। बेलघाट हे सिंहारिलाकारालणे), उलायो साधासा समितिः।। मरलेच स्टरिता पवैस्वाभिघातकम्) For Private And Personal Use Only Page #86 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir शादी का गुस्सा होनहारोहको PAR1 को राइटी शाकोला) में चल रही सालिकाको / शेष भरने एतेने होमो सासर? कहा होस पगमें तो रात आयकर, म दारमेंमोहना तेशका राग RTRA) शारस का लोरव है। जमोतिहासमाधान। . .. शोर से लिया है 3. महोत्रा आयला HTAKaa और आजको का होता है और के मोर र पर बात करने से लगा होता * सातकर से घरमा For Private And Personal Use Only Page #87 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 11(1) (नदीलाद) और माल कामाजभानहायता है। वशेषकर शामक यौखिको गति नेवाले राविक्षों में योजना काका, भरन के निकर और मात कफदायक है शेलक्षाफलहायक हैं। समिटाके निस्तावित महापाको निरसा पोरसा गाना। तो त्येते मगमती इस्मोकहानिया रिपोका सोका This कोविकास विशेषतस्तत्वहाराततम्॥ .. नमानेन। वारपरत निविदासंटीवार को स्तरामालागसोमबारको मूल तपा। रोहित, मंगलकों मघातपाकनिका बचवारको आमानित गरुवार को भूल तामहरुक को रोहित तमामचा और शनिवार कोशोला तमा का सानिलिमा- ... अर्यभास्ववारे हिमकरहिवरोरादारामारीको पित्राने मौतौ तोरितिसत हिवसे सौगातारेसि देताजीरवाराततपब्रिाहपपि पौमहतो, साशिातिरमविनिमसतहिवसे वर्जनीमातीः।। For Private And Personal Use Only Page #88 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 11(2) (जसजदाशा) तामान और उनमें करने का 1661 का पहला भाग का और विमानाmmeराविक वा सानtan . नवरूामाको हालसमें सर नसका सही समदरना चाहिये। जो काचे जिस नक्षत्र में करना हा वह उसका में करना चाहिये। हिमाल पारिता सब बातें नक्षत्र की तरह मात्रा में मीनार माहिये। इस ते सगरमोक्त यदि होपारविसेमानंसानिमामाया: ज-बनेकार रहनों गोच तन्नामाशिमं तत्।।४।। तग पशिसाल लदो हिक रस्ताहि काही पारिचर-नवयम् माए सोनाक्षण हिासागों में मूल, शालेला ना स्ल और मूर्शकालाजीतने जराहक तत्ता पाम मुहूर्त है 5 में करने दर और शो होता है शेष अनराम पुला उत्तराIGHTar,रोहिन का For Private And Personal Use Only Page #89 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir A समस्त नक्षत्र ) जिस हिज जितमा विमान हो सका ironmm नमा हुने समस्यामा प्रकार राधा सत्यधर्मे जान लेना / Fort हितले 15 मात्र हत्य 1,2 अशा अनराधानाधाि हरला राहातारोहिला 10 समाविशारवा १२मूल माताशया 14 भारकालाजपूतीमालाजी दिगो पर रात्रिको १५रदानहाए - आरिपूर्वाना साहले मा 4 खतोपभधिनायराणी पतिका रोहिसा मारा 10 पनवेरा 5155 / 12 असा ना१४ सिधास्वाति। उमादल रात 15-15 माइतों के सामीशिव-सहमित्र पितरोत मजलविवाज मुहिणः / सुरपतिजाः , नाम्बरनांपायेगारख्यमगाः॥१॥ हिलसमुहता:मपिताशा पञ्चमितासस्पोवरात्रेया। सानपावाहियावारततका यूपाख्य: (12 // अभियमत्रहिकार-सुधाकरास्त्यतिसरमंत्री हरितीक्षा कर लायति शाहना।। 3)/ For Private And Personal Use Only Page #90 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 1 (ना .) नयाली मुरम रवात करे किले और को मार लाले नदी में बोललासापर / इस रीत्यति 24o र यो: SM कोशिधर . ता 12 का सामनारको राता For Private And Personal Use Only Page #91 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir स्थान में अपनी हालात सालो को सोतो. देवार हैं। मायनेही ना सब कामों के लिये वार मार्थ संस्था तबरल गरी वामनदार कला माम हार का साल विकास लक्त मेन रवलकर पति MULAR For Private And Personal Use Only Page #92 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir करतात, मोठा + र रोजगारीको गों का मानना कस्म कराrel arua स है। Parmatmaहिना में 5 16 हो तो होरहा है। . ... . .. _____ गरी 12(3)) JU की ओर भी कर हो सकता है ) मा हिनामिन दोनों साधारता हो तो सायकलोगों होती है अतः हमें सेसको मादित शान होना हर-होला बलवान हो जो सामान्य पंचांगापिलर हेरख कर गम हवाला काहिये। . For Private And Personal Use Only Page #93 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir जल Amar विमा ककुम जास्त मारय / निरास स्वामाकरे, माटर पोतदेव / / भो भी मन में तिल है तरे का साहस किया है। न जानी है। 2116 भोतमा पनि के बालो चलियों में यह होता है। में किया है। 15 onatak 4 / 14 भादाम ही रहता है। और का For Private And Personal Use Only Page #94 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir हैनिक प्रताप ना महलेकर च For Private And Personal Use Only