Book Title: Jyotish Granth
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir S . मनसत्ता मिनिपरापूर्वसिम्पसेत् बद्रस्याग्रह सेवारत मा प्रतिहत:) राशिनानिय बेरोसिहोमधावये मूतनयेमुझोपाही भानुवरासया।। निनाभितेरासोयह धेरै वर्षदेत नाकाचन्द्रार्क बर्णवामिजः ) शुरूसंघकाचा बाहानामबीश्वराः) जत्रायकेन्दुिनिया बुधवानानी धरा: वैरभन्योन्य तत्रताम् मूलाहि तो ग्रहोत्सेधे रोष्टमाते। युवरावप्यर्थयतेस्पसमा अवनस्पोय तेत्रफलेमापायत सधी) वसभिजेरोधिपतिः समः विकृतः करिवधूलाई विश्वरः विलोभव कसोवितापकः। नामारियायलाषणे। विचसप्तनिवरिप्रेमयोत्तर अल्प ब नलयाम सारिक सिमहन गेहलेभधारसरालय। सिअप्यतनमानसात संगमेचा स्वभुवावालिगेषुधिमूवनसप्पं For Private And Personal Use Only

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