Book Title: Jyotish Granth
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Page 31
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar जही होता कि हमारी रहना / नामानि जातय सोपाध्वीकारनुसारतः। सनिगमानसार प्रासादा के समकऔर तबजाति जनके कारनाकारको अजसार उत्पन्न होती है साह नले दूसरे बासाह के तलने समान हो सकता है, परनसकबासाहकर निखर पूसरेशासाहकेशरवर तुलाही रेस तारकादि सहाकारता है तल्ले पर बासाह देते हैं. परमें से Santa शिरवर जहा पता है। के सराबारव मासाहीका मस्तिष इसका लाभ होते हैं 2-2 गोसारकामा इस ने र इस प्रकार से अवगई तलपर चार दोबसेकेसरी यह नाममादा होता है। . इस बासाहका तल झाकिर होता है For Private And Personal Use Only

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