Book Title: Jyotish Granth
Author(s):
Publisher:
View full book text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ... अमलानं प्रवक्ष्यामि रहार ऋभावहम्। योधनस्तलाकन्सानियन कलदास्तथा। एनानोता शस्तानिरहप्रासाहकमेलित सिंहकिकुंमोहलानान्गाःस्थिरातिपहिं / प्रासाप्रतिमा विगजगतापमण्डपाः। प्रतिमा गरारामा निवेत्रासलिलाशयाः हाहिकर्मक्रतवां सिरहानेस शोभनं सलाहोतीयेचपछे पापामारहा। पापग्रहेष्टमे देव मरप्पं प्राप्यते भ्रवम्। सिंहमा जानिराशनां सपा पूर्वमवंयहम्। क न्यामगंशानं दक्षता प्रकारयेत् / चप्पजुग्मतुलेशन पश्रमायांमुर्ख रहं / वषमेष घटेशान रह सात हराना फाईवालयोमानलिंगतोयात्रायाहि / प्रारी पूरीतायां च श्रेयसे वास्तु मूजन।। प्रासास्त्रिततेनचरिरहेकहती राक्षसाः) चतुःप्रध्यापपरेराजरहे येत् / / राकानीपत हलि रातेन सुरवेमस लिखेलायतवास्तोमरलारशतातिभिः / For Private And Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94