Book Title: Jyotish Granth
Author(s): 
Publisher: 

View full book text
Previous | Next

Page 81
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar 5 वषवाचक पाचवीबायोति धागोलमें बमबार अनि बाहिरकत नाmy मात् भाकाहार भनीचरा श्रेरने) 3.४ोते.) मुस में भाजत नही ६मवारत-चनाला ने।४।४ .४.३०(ने, जे.) इस चक्र में भी अजित नसालमा। उपचा सातती मितादरा मेंरोभा सदा नेपानि, सादासात / दोहराताजिनि सासा .लेर 1411 जेष्ट / या क्रमाला है। मी येशन्तान वास्तच प्रयो जन पर मस्जिद विभेरह के योग मिलने पर भी सिकारता पाता .9ii बारह पक जाम इतने नामाको विवरण आधार पर गली गोता ले रही का नारा लिया को 1st करसते जासेमारतको For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94