________________
निवेदन ऐतिहासिक प्रतोनां चित्रो; अने श्रीनेमिनाथजी अने श्रीऋषभदेवना जन्म अने जीवनघटनानी बे सुवर्णाक्षरी प्रतोना ब्लॉक श्री साराभाई नवाबे आपी ग्रन्थनी उपयोगिता वधारी ते माटे तेमनो सर्वेनो अमे आभार मानीए छीए. दरेक लेखने अंते मथुराना जैन शिल्पनी ऐतिहासिक विविध सूचक चित्रसामग्री मूकेल छे. आ सामग्री माटे आर्किओलॉजिकल सर्वे ऑफ इन्डियाना अमे खास ऋणी छीए.
मुद्रणकाम ए ग्रन्थनुं महत्त्व- अंग छे, अने आ कार्य श्री मौज प्रिन्टिंग ब्यूरोना श्री विष्णु पी. भागवते खास चीवटथी पार पाडेल छे. आ माटे श्री भागवत अने तेमना सहकार्यकर्ताओनो आभार मानवानी अमे सहर्ष तक लईए छीए. प्राचीन ऐतिहासिक प्रतोना रंगीन चित्रोनुं मुद्रणकार्य सुंदर रीते करवा माटे अमदावादना दीपक प्रिन्टरीना श्री नटुभाई रावतनो पण हार्दिक आभार मानीए छीए. ते ऊपरांत श्री एन्. ए. गोरे, श्री जीवनलाल जानी, श्री शंकरराव दामले, श्री नरेन्द्र रावळ, श्री नवीनचंद्र अं. शाह, श्री के. पारसमल अने श्री प्रवीणचंद्र के. शाहना ग्रन्थना संपादन तथा मुद्रणकार्यमा सहकारी थवा माटे आभारी छीए.
___ आवो विपुल ग्रन्थ अनेक बंधुओना हार्दिक सहकारना परिणामे ज तैयार करी शकाय. आ ग्रन्थ माटेनी सामग्री एकठी करवाथी मांडी प्रकाशन माटे दिनरात चिन्ता सेवनार अने तनतोड महेनत करनार अनेक व्यक्तिओ छे. आ सौनो व्यक्तिगत उल्लेख करवानुं न बनी शक्यु होय तो माटे अमे तेमनी क्षमा मागी छीओ. ट्रॅकमां, जेणे जेणे आ कार्यने सफळ बनाववामां मदद करी छे ते सौनो अमे अंतःकरणपूर्वक आभार मानीए छीए.
गुरु प्रत्येनी भक्तिथी जन्मेला आ प्रयासमां जो कांई क्षति रहेवा पामी होय तथा जाण्येअजाण्ये कोईने पण अन्याय थयो होय, उत्सूत्रप्ररूपणा थई होय तेम ज मुद्रणदोष रही गयो होय तो ते माटे अमे सौ कोईनी क्षमा याचीए छीए.
__ अंतमा आचार्यश्रीना जीवननी प्रेरणा झीलीने जन्मेली आ कृति सौ कोईनो आदर पामशे अने अन्य जीवोनो आत्मोत्कर्ष साधवामां मददरूप नीवडशे एवी अभिलाषा अने श्रद्धा साथे अमे विरमीए छीए,
शिवमस्तु सर्वजगतः परहितनिरता भवन्तु भूतगणाः । दोषाः प्रयान्तु नाशं सर्वत्र सुखी भवतु लोकः ।।
गोवाळीआ टँक रोड : मुंबई, २६ फागण सुदि १५, सं. २०१२
चंदुलाल साराभाई मोदी
चंदुलाल वर्धमान शाह मंत्रीओ, श्री महावीर जैन विद्यालय
RAITRATI
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org