________________
(९२)
नयचक्रसार हि. अ. (८) अन अवगाहानादि अनन्त गुण है इस तरह पंचास्तिकाय अनन्त गुणमयी है।
आगमसारसे षडद्रव्यके पर्याय. . धर्मास्तिकाय के चार पर्याय (१) खंघ (२) देश (३) प्रदेश (४) अगुरुलघु । अधर्मास्तिकायके चार पर्याय (१) खंध (२) देख (३) प्रदेश (४) अगुरुलघु नाकाशास्तिकायके चार पर्याय (१) संघ (२) देश (३) प्रदेश (४) अगुरुलघु । पुद्गलास्तिकायके चार पर्याय (१) वर्ण (२) गंध (३) रस (४) स्पर्श अगुरुलघु. सहित । कालद्रव्यके चार पर्याय (१) अतीतकाल (२) अनागतकाल (३) वर्तमान काल (४) अगुरुलघु। जीवास्तिकायके चार पर्याय (१) अव्याबाध (२) अनवगाही (३) अमूर्ती (४) अगुरुलघु । इत्यादि