Book Title: Vidyopasna
Author(s): Himmatram Mahashankar Yagnik
Publisher: Yogesh Yagnik

View full book text
Previous | Next

Page 53
________________ " पदक ऐं ह्रीं श्री ललिताय नमः पाद्य कल्पयामि नमः । ३ ललितायै आभरणावरोपणं , तिलकरत्न , सुगन्धतैलाभ्यङ्ग , कालाजन , मज्जनशालाप्रवेशनं० ., बालीयुगलं. . मज्जनमण्डपमणि , मणिकुण्डलयुगलम पीठोपवेशनम् . नासाभरण ... दिव्यस्नानीयोद्वर्तन , अधरयावक . उष्णोदकस्नान प्रथमभूषण . कनककलशच्युतस्नान , कनकचिताक. , सकलतीर्थाभिषेचन , धौतवस्रपरिमार्जनं० .. महापदर्क० , अरूणदुकूलपरिधान , मुक्तावली , अरुणकुचोत्तरीय .. एकावली , आलेपमण्डपप्रवेशन ,, काञ्चीदाम . . मणिपीटोपवेशनं० .. कटिसूत्रं .. चन्दन-गरुकुङ्कुममृगमद । , सौभाग्याभरण कर्पूरकस्तूरीगोरोचनादि- ॥ पादकटक दिव्यगन्धसर्वाङ्गीयविलेपनं ,, रत्नन्पुर. .. केशभारस्य कालागर घूप ... पादाङ्गुलीयक .. मल्लिकामालतीजातीचंपकाशो .. एककरे पाशं कशतपत्रपूगकुहलीपुन्नागकल्हार .. अन्यकरे अकुशं० मुख्यसर्वतुषुकुसुममालाः० .. इतरकरे पुण्डक्षुचापं. , भूषणमण्डप प्रवेशन , अपरकरे पुष्पबाणान् , , मणिपोठोपवेशन , श्रीमन्माणिक्यपादुके० . नवमणिमुकुट .. स्वसमान वेषाभिः आवरण , चन्द्रसकल. देवतामिः सह , सीमन्तसिन्दूर महाचक्राधिरोहणं०

Loading...

Page Navigation
1 ... 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138