Book Title: Jain Yogki Varnmala
Author(s): Mahapragna Acharya, Vishrutvibhashreeji
Publisher: Jain Vishva Bharati Prakashan

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Page 5
________________ संपादन साध्वी विश्रुतविभा प्रकाशक : जैन विश्व भारती लाडनूं ३४१३०६ (राज.) सौजन्य : स्व. बच्छराज रतनीदेवी नाहटा की पुण्य स्मृति में उनके सुपुत्र-बिमलकुमार, सुपौत्र-संदीप, प्रपौत्र-प्रियंक नाहटा (सरदारशहर-गुवाहाटी) द्वारा–बी. एन. ग्रुप ISBN 81-7195-124-4 © जैन विश्व भारती, लाडनूं प्रथम संस्करण : २००७ मूल्य : साठ रुपये मात्र टाइप सेटिंग : सर्वोत्तम प्रिंट एण्ड आर्ट आवरण : अडिग मुद्रक : सांखला प्रिंटर्स विनायक शिखर, शिवबाड़ी रोड, बीकानेर ३३४००३ Rs. 60.00/JAIN YOG KI VARNMALA/by Acharya Mahaprajna

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