Book Title: Jinendra Stotram Author(s): Rajsundarvijay Publisher: Shrutgyan Sanskar Pith View full book textPage 8
________________ ग्रंथकार परिचय नाम : दीक्षादाता : गुरुदेव जन्म : दीक्षा : वडीदीक्षा : पू. मुनि श्री राजसुंदरविजयजी म.सा. कलिकुंड तीर्थोद्धारक प.पू.आ.भ.श्री राजेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. पू.मुनि श्री राजपुण्यविजयजी म.सा. चैत्री पूनम, वि.सं.२०४२ २४-४-१९८६, गुरुवार डीसा माघ श्यामा पंचमी, वि.सं.२०५८ ३-३-२००२, रविवार कलिकुंड तीर्थ चैत्र उज्ज्वला चतुर्थी (दि.) वि.सं. २०५८ १७-४-२००२, बुधवार, सत्यपुर तीर्थ सौम्यवदनाकाव्यम् (पुण्यवल्लभाभिधस्वोपज्ञवृत्तिसमलकृतम्) वच्छराजविहारप्रशस्ति: (राजजयाभिधस्वोपज्ञवृत्तिसंवलिता) जिनराजस्तोत्रम् (राजहंसाभिधस्वोपज्ञवृत्तिसमन्वितम्) एकाक्षरकोशः (मुद्रणालयस्थः) अन्य रचना : ★★★Page Navigation
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