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गठरी
चुभनेवाला 2 गँसा हुआ, ठस, गठा हुआ
~टूटना, पड़ना अचानक भारी संकट आ पड़ना; गई-(वि०) गयी। ~करना तरह देना, ख़याल न करना ढाना आफ़त करना, जुल्म करना गऊ-(स्त्री०) गाय। ~घाट (पु०) बिना सीढ़ी का ढलुआ गजर-(पु०) 1 समय-समय पर बजनेवाला घंटा 2 भोर का घाट जहाँ पशु पानी पी सकें; ~शाला + सं० (स्त्री०) गायों घंटा 3 जल्द-जल्द बजनेवाला शब्द। दम (अ०) तड़के, के रहने की जगह
पौ फटते; -बजर (पु०) 1 अंड बंड 2 बेमेल वस्तुओं की गकार-सं० (पु०) 'ग' अक्षर और ध्वनि
मिलावट गगन-सं० (पु०) आकाश, आसमान। कुसुम (पु०) गजरभात-(पु०) गाजर के साथ पकाया गया भात
आकाश कुसुम, अवास्तविक वस्तु: गिरा (स्त्री०) गजरा-(पु०)। चौपायों को खिलाने हेतु गाजर का पता II आकाशवाणी; चर (पु०) आकाश में उड़नेवाले पक्षी 1 फूलों की माला 2 हार 3 कलाई में पहने जानेवाला एक आदि; -चुंबी (वि०) आकाश को छूनेवाली; अत्यधिक गहना 4 मशरू नाम का रेशमी कपड़ा ऊँचा (जैसे-गगनचुंबी इमारत); ~भेदी (वि०) आकाश को ग़ज़ल-अ० (स्त्री०) ऐसी पद्यात्मक रचना जिसमें नायिका के भेदनेवाला, प्रचंड (जैसे-गगन भेदी नारे); ~मंडल (पु०) | सौन्दर्य एवं उसके प्रति उत्पन्न प्रेम का वर्णन हो 1 पृथ्वी के ऊपर का आकाश रूपी घेरा 2 ब्रह्मांड; ~वाटिका गजानन सं० (पु०) गणेश (स्त्री०) = गगन कुसुम । ~खेलना बहते जल प्रवाह का गज़ी-फ़ा० (स्त्री०) एक प्रकार का देशी मोटा कपड़ा, गाढ़ा रह-रह कर उछलना; होना अधिक ऊँचा जाना सल्लम। ~गाढ़ा + हिं० (पु०) मोटा सस्ता कपड़ा गगरी-(स्त्री०) छोटा गगरा। -फोड़ना मृतक के दाहकर्म की गजेंद्र-सं० (प.) 1 हाथियों का राजा, ऐरावत 2 बहुत बड़ा समाप्ति करना
| हाथी गच-1 (स्त्री०) फँसाने से होनेवाला शब्द (जैसे-गच से छी गजेटियर-अं० (पु०) भूवृत्त धंसाना)
गजर-(पु०) बो० दलदल गच-II (स्त्री०) 1 संगजराहत का चूना 2 चूने-सुखर्जी का गज्झा-I (पु०) बो० तरल पदार्थ में होनेवाले बहुत से मसाला 3 पक्की साफ़-सुथरी ज़मीन, फ़र्श 4 पलस्तर, लेप। छोटे-छोटे बुलबुलों का समूह, गाज, फेन II (पु०) 1 ढेर, ~कारी + फ़ा० (स्त्री०) फ़र्श बनाने का काम; गर । राशि 2 खज़ाना 3 धन-संपत्ति, दौलत 4 फ़ायदा, मुनाफ़ा। फ़ा०, लगीर + फ़ा० (पु०) गच बनानेवाला कारीगर; । मारना अत्यधिक धन प्राप्त करना । -गीरी + फ़ा० (स्त्री०) = गचकारी
गझिन-(वि०) बो० 1 घना, सघन 2 गाढ़ा और मोटा गचपच-(वि०) = गिचपिच
गट-(पु०) तरल पदार्थ को पीते समय होनेवाला गट शब्द। गच्चा-(पु०) 1 गड्ढा, गर्त 2 जोखिम हानि आदि की संभावना गट I (पु०) गट-गट शब्द II (क्रि० वि०) 1 गट-गट
3 धोखा। खाना धोखे में आकर अपनी हानि कर बैठना की ध्वनि के साथ 2 जल्दी-जल्दी 3 लगातार। से गच्छ-सं० (पु०) पेड़, गाछ
एकबारगी गज-सं० (पु०) हाथी। गति (स्त्री०), ~गमन (प.) गटई-(स्त्री०) बो० गला, गर्दन हाथी के समान मंद एवं मस्त चाल; ~गामी (वि०) हाथी के गटकना-(स० क्रि०) 1 निगलना (जैसे-दूध गटकना) समान चाल चलनेवाला; ~गाह (३०) हाथी की झूल; 2 हड़पना
दंत (पु०) हाथी का दाँत; दंती (वि०) हाथी दाँत का गटकीला-(वि०) निगल जानेवाला बना हुआ; दान (पु०) 1 हाथी का दान 2 हाथी के गटगटाना-(स० क्रि०) गट-गट ध्वनि के साथ पीना गंडस्थल से बहनेवाला मद; ~धर (पु०) राजगीर, नाल __(जैसे-पानी गटगटाना) (स्त्री०) ऐसी तोप जिसे हाथी खींचकर ले जाया करते थे गटपट-(स्त्री०) 1 घनिष्ठता, प्रगाढ़ता 2 सहवास, संभोग
निमीलिका (स्त्री०) 1 बहाना करना, अनजान बनना गटागट, गट्ट-(पु०) = गट 2 लापरवाही; पति (पु०) 1 हाथी रखनेवाला गट्टा-(पु०) 1 कलाई 2 गाँठ 3 मोटा और कड़ा बीज 2 विशालकाय हाथी; बाँक + हिं०, बाग + हिं० (जैसे-कमल गट्टा) (पु०) हाथी का अंकुश; मुक्ता , मुख (पु०) गणेश; गटू-(पु०) बो० दस्ता, मुठिया
राज (पु०) - गजपति; ~वदन (पु०) गणेश; ~वान गट्ठर, गट्ठा-(पु०) 1 बड़ी गठरी (जैसे-रूई का गट्ठा) - हिं० (पु०) महावत; शाला (स्त्री०) फ़ीलखाना; 2 घास, लकड़ी आदि का बोझा 3 प्याज आदि की गाँठ -~-शुंड (पु०) हाथी का सुंड, स्नान (पु०) 1 हाथी का गठकतरा-(पु०) = गँठकटा नहाना 2 व्यर्थ कार्य
गठजोड़ा-(पु०) = गँठजोड़ा गज़-फा० (पु०) लंबाई की नाप जो 36 इंच के बराबर होती है गठड़ी-(स्त्री०) - गठरी गज़क-फ़ा० (पु०) 1 नशीली वस्तु 2 एक प्रकार की तिल गठन-(स्त्री०) 1 बनावट, रचना 2 अंगों का कसाव पापड़ी
गठना-(अ० क्रि०) 1 जुड़ना 2 गाँठा जाना 3 ठीक तौर से गज़ट-अं (प०) राजपत्र
बनना 4 कसा हुआ 5 दृढ़ होना गज़टेड-अं० (वि०) राजपत्रित
गठबंधन-हिं० + सं० (पु०) = गठजोड़ा ग़ज़ब-अ० (पु०) 1 अँधेर 2 क्रोध, कोप 3 विपत्ति, संकट | गठरिया-(स्त्री०) गठरी ( जैसे-ग़ज़ब टूटना)। नाक (वि०) आतिक्रुद्ध, कुपित; । गठरी-स्त्री.) 1 कपड़े में बँधा हुआ सामान, छोटा गट्ठर