________________
दकियानूसी
381
दज्जाल
फरेब
दकियानूसी-अ० (वि०) पुराने विचारों का समर्थक, पुराने 3 प्रवेश, घुसना । -दिहानी + फ़ा० (स्त्री०) कानूनी ढंग से खयालवाला
क़ब्जा दिलाना दक़ीक़ा-अ० (पु०) 1 सूक्ष्म विचार 2 उपाय, युक्ति दखिन-(पु०) - दक्षिण दक्खिन-(१०) दक्षिण दिशा
दखिनहा-बो० (वि०) दक्षिण का, दक्षिणी दक्खिनी-I (वि०) दक्षिण दिशा का II (पु०) दक्षिण दिशा में | दखील-अ० (वि०) 1 हस्तक्षेप करनेवाला 2 क़ब्जा किया
पड़नेवाला देश III (स्त्री०) दक्षिण देश की भाषा हुआ, क़ाबिज़। कार + फ़ा० (पु.) स्थायी रूप से क़ब्ज़ा दक्ष-[ सं० (वि०) कुशल, निपुण II (पु०) प्रजापति । करनेवाला काश्तकार; ~कारी + फ़ा० (स्त्री०) ~कन्या (स्त्री०) सती; ता (स्त्री०) कुशलता, निपुणता; 1 दखीलकार का पद एवं काम 2 दखीलदार के द्वारा क़ब्ज़ा की सुत (पु०) देवता
गई भूमि 3 क़ब्ज़ा दक्षिण-[ सं० (वि०) 1 दाहिना 2 उत्तर दिशा के सामने दगड़-(पु०) जंगी ढोल पड़नेवाला II (पु०) 1 उत्तर के सामने पड़नेवाली दिशा, दगदग़ा-अ० (पु०) 1 डर. भय 2 आशंका. खटका दक्खिन (जैसे-उत्तर-दक्षिण) 2 साहि० सभी प्रेमिकाओं से दगदगाना-I (अ० क्रि०) चमकना ।। (स० क्रि०) चमकाना समान रूप से प्रेम करनेवाला नायक। नायक (पु०) दगध-[ बो० (वि.) दग्ध II (पु.) = दाह अनेक नायिकाओं से समान अनुराग रखनेवाला नायक; दगधना-I (स० क्रि०) 1 जलाना, दग्ध करना 2 अत्यंत दुःखी -पंथी + हिं० (पु०) सरकार के पक्षधर; पश्चिम करना, दाहना || (अ० क्रि०) 1 जलना 2 दुःखी होना (पु०) दक्षिण एवं पश्चिम दिशाएँ; पश्चिमी (वि०) दग़ना-फा० + हिं• I (अ० क्रि०) 1 चलाया जाना, छूटना दक्षिण-पश्चिम से संबंधित; पूर्व (पु०) दक्षिण और पूर्व (जैसे-तोप दराना) 2 दागा जाना, अंकित होना 3 झलस जाना दिशाः पूर्वी (वि०) दक्षिण और पूर्व संबंधी; ~मार्ग | II (स० क्रि०) दाग़ना (पु०) एक तंत्रोक्त आचार; ~वादी (वि०) सरकार का पक्ष दग़ल-अ० (पु०) धोखा, छल। -फ़सल (पु०) कपट, लेनेवाले दक्षिणा-सं० (स्त्री०) 1 दक्षिण दिशा 2 यज्ञ आदि की समाप्ति दगल-(पु०) रूईदार ढीला अँगरखा पर दिया जानेवाला द्रव्य, दान 3 साहि० उपपत्नी के होते हए । दगला-(पु०) रूई का बना ढीला-ढाला पहनावा, लबादा भी अपने प्रेमी से पूर्ववत् प्रेम करनेवाली नायिका। पथ दग़वाना-फा० + हिं० (स० क्रि०) दागने का काम करवाना (पु०) दक्षिण दिशा को जानेवाला रास्ता, दक्षिण का रास्ता दगा-फा० (पु.) 1 धोखा, कपट 2 विश्वासघात। दार 2 दक्षिण भारत
(वि०) 1 धोखा देनेवाला 2 विश्वासघात करनेवाला; ~दारी दक्षिणाचार-सं० (पु०) 1 भद्र आचरण 2 विलोम-वामाचार । (स्त्री०) धोखेबाज़ी; -बाज़ (वि०) 1 धोखेबाज़ दक्षिणाभिमुख-सं० (वि०) 1 जो दक्षिण को मुँह किए हो 2 विश्वासघाती; बाज़ी (स्त्री०) 1 दगाबाज़ होने की 2 दक्षिण की ओर उन्मुख
अवस्था ? दगा करने की क्रिया, छलबाज़ी दक्षिणायण-[ सं० (वि०) दक्षिण की ओर रहनेवाला । दगीला-फा० + हिं०, दगैल-फ़ा० + हि० (वि०) II (पु०) विषुवत् रेखा की ओर से मकर रेखा की ओर सूर्य 1 धब्बेवाला, दारादार 2 दग्ध रूप में अंकित किया हआ का गमन 3 वह छः माह का समय जब सूर्य विषुवत रेखा से 3 दारा लगा हुआ, दूषित. कलंकित दक्षिण दिशा में रहता है
दौल-अ० (वि०) दगाबाज़, कपटी दक्षिणायान-सं० (पु०) छः माह का वह समय जब सूर्य दग्ध-सं० (वि०) 1 जला हुआ 2 जलाया हआ 3 अत्यंत दुःखी दक्षिण की ओर जाता हो
एवं संतप्त 4 दाग़ा हुआ। --कारी (वि०) जिसे दागा गया दक्षिणावर्त-सं० (वि०) दाहिनी ओर घूमनेवाला
हो। व्रण (पु०) जलने का फोड़ा । दक्षिणी-सं० + हिं• I (वि०) 1 दक्षिण प्रदेश से संबंध | दग्धांकित-सं० (वि०) जिसपर दाग़ने का निशान हो रखनेवाला (जैसे-दक्षिणी पोशाक, दक्षिणी व्यंजन) 2 दक्षिण दग्धाक्षर-सं० (पु०) छंद के आरंभ में वर्जित झ, ह, र, भ और दिशा से संबंधित II (पु०) दक्षिण प्रदेश का निवासी ष अक्षर III (स्त्री०) भारत के दक्षिण प्रांत की भाषा (जैसे-तमिल दवक-(स्त्री०) 1 दचकने की क्रिया 2 धक्का, ठोकर 3 दबाव भाषा)। ध्रुव (पु०) पृथ्वी के गोले का दक्षिणी सिरा ___4 दबाव से लगी चोट दक्षिणीय-सं० (वि०) 1 दक्षिण संबंधी 2 दक्षिण प्रांत का, दचकना-I (अ० क्रि०) 1 धक्का खाना 2 झटका खाना दक्षिण देश का 3 दक्षिणा योग्य
3 दबना II (स० क्रि०) 1 धक्का लगाना 2 झटका देना दखनी-(वि०/स्त्री०) दक्खिनी
3 दबाना दखमा-फा० (पु०) पारसियों का कब्रिस्तान
दवका-(पु०) दे० दचक दखलंदाज़-अ० + फ़ा० (पु०) रोड़ा अटकानेवाला, हस्तक्षेप दवना-I (अ० क्रि०) एकाएक गिरना II (अ० क्रि०/स० करना
क्रि०) = दचकना दखलंदाजी-अ० + फ़ा० (पु०) रोड़ा अटकाना, हस्तक्षेप | दजाल-अ० (वि०) 1धोखेबाज़, दगाबाज़ 2 बेईमान करना
II (पु०) मुस्लिम मतानुसार क़यामत के पहले जन्म लेकर दवल-अ (पु०) 1 हस्तक्षेप, टोक 2 क़ब्ज़ा, अधिकार खुद को खुदा होने का दावा करनेवाला व्यक्ति
सका