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नाकड़ा
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नाच
बाल अत्यंत प्रिय; ~की सीध में ठीक सामने; घिसना उपदेवता 5 अत्यंत क्रूर एवं दुष्ट व्यक्ति। दंत (पु०) दे० नाक रगड़ना; चढ़ना गुस्से में नथनों का ऊपर की ओर 1 हाथी दाँत 2 दीवार पर गड़ी खूटी; नाथ (पु०) शेषनाग, खिंचना; चढ़ाना 1 गुस्से में नथनों को ऊपर खींचना 2 घृणा नागराज; ~पंचमी (स्त्री०) नाग की पूजा करने का श्रावण ज़ाहिर करना; छेदना परेशान करना; तक खाना शुक्ला पंचमी का दिन; ~पाश (पु०) 1 साँप के समान लूंस-ठूसकर खाना तक भरना 1ऊपर तक भरना लपेटकर बांधनेवाला वरुण का एक अस्त्र 2 साँप का फंदा 2 डूंस-ठूसकर खाना; तक न दी जाना असह्य दुर्गंध 3 डोरी आदि का फंदा (जैसे-नाग-बंध); --फनी + हिं० मालूम होना, तीव्र दुर्गंध आना; ~पकड़ते दम निकलना (स्त्री०) 1 साँप के फन के आकार का गूदेदार काँटों से भरा अत्यधिक अशक्त होना; ~पर गुस्सा होना बहुत जल्दी एक पौधा 2 नागफनी के आकार की एक कटार; ~फाँस + गुस्सा होना; पर दीया बालकर आना 1 जीतकर आना हिं० (स्त्री०) = नाग-पाश; ~फेन (पु०) 1 नाग झाग 2 सफल होकर आना; ~पर मक्खी न बैठने देना 1अत्यंत 2 अफ़ीम; ~मुख (पु०) गणेश; ~राज (पु०) शेषनाग; सावधान रहना 2 रंच मात्र भी कृतज्ञ न होना 3 बहुत ~लोक (प्०) नागों का देश, पाताल, ~वल्ली (स्त्री०) पाक-साफ़ रहना; पर सुपारी तोड़ना बहुत परेशान करना; पान की लता
फटने लगना दे० नाक तक न दी जाना; ~भौं चढ़ाना, नागन-(स्त्री०) -- नागिन भौं सिकोड़ना 1 गुस्सा दिखाना, नाराज़ होना 2 घृणा प्रकट नागर-[ सं० (वि.) 1 नगर का 2 नगर में रहनेवाला 3 चतुर करना; ~में दम करना खूब तंग करना ~में बोलना होशियार 4 नगर से संबंध रखनेवाला II (पु०) 1 नगर में नकियाना; रख लेना इज्जत बचाना; रगड़ना रहनेवाला व्यक्ति, नागरिक 2 सभ्य पुरुष 3 गुजराती ब्राह्मणों आरजू-मिन्नत करना, गिड़गिड़ाना; लगाकर बैठना की एक जाति। ~ता (स्त्री०) 1 नागरिकता, शहरातीपन इज्जतदार बनकर बैठना; सिकोड़ना घृणा प्रकट करना; 2 शिष्टता, सभ्यता 3 चालाकी, चतुरता नाकों चने चबवाना अत्यधिक परेशान करना; नाकों दम नागर-बेल-(स्त्री०) पान की बेल करना = दे० नाक में दम करना
नागरिक-I सं० (वि०) 1 नगर का रहनेवाला 2 चतुर, नाकड़ा-(पृ०) नाक पकने का एक रोग
चालाक || (पु०) 1 नगरवासी2 राज्य का वह निवासी जिसे नाक़बूल-फा० + अ० (वि०) अस्वीकार
राज्य में रहने, व्यापार आदि करने का अधिकार प्राप्त हो, राज्य नाका-(पु०) 1 थाना, चौकी 2 मुहाना 3 रास्ते आदि का मोड़ का अधिकार प्राप्त निवासी, सिटिजन। ता (स्त्री०) 4 प्रवेश द्वार 5 पहरा देने का स्थान । ~बंदी + फ़ा० (स्त्री०) 1 नागरिक होने की अवस्था 2 नागरिक होने पर प्राप्त 1 नाके पर पहरा बैठाना 2 अवरोध, रुकावट
अधिकार; ~शास्त्र (पु०) नागरिकों के अधिकारों, देश नाकाफ़ी-फ़ा० + अ० (वि०) कम
संबंधी विचारों एवं कर्तव्यों से संबंध रखनेवाला शास्त्र, नाक़ाबिल-फ़ा० + अ० (वि०) अयोग्य
सिविक्स नाकाम-फ़ा० (वि०) ख़राब
नागरिका-सं० (स्त्री०) नागरिक महिला नाकामयाब-फा० (वि०) असफल, विफल
नागरी-सं० (स्त्री०) 1 नगर की रहनेवाली स्त्री, शहर की औरत नाकामयाबी-फ़ा० (स्त्री०) असफलता, विफलता
2 चतुर स्त्री 3 पशु आदि की मादा (जैसे-नाग-नागरी) नाकारा-फ़ा० (वि०) 1निकम्मा 2 निष्कर्म
4 देव-नागरी नामक लिपि (जैसे-नागरी-लिपि); -लिपि नाकारी-फ़ा० (वि०) 'न' करनेवाला
(स्त्री०) संस्कृत, हिंदी, मराठी भाषा लिखने की देवनागरी नाक़िस-अ० (वि०) 1 खराब, बुरा 2 निकम्मा
लिपि की वर्णमाला नाकेदार-1 हिं० + फ़ा० (वि०) छेदवाला II (पु०) नाके पर | नागरेयक-सं० (वि०) 1 नगर में उत्पन्न 2 नागरिक संबंधी तैनात सिपाही
(जैसे-नागरेयक अधिकार) नाकेबंदी-हिं० + फ़ा० (स्त्री०) = नाकाबंदी
नागवार-फा० (वि०) अप्रिय, अरुचिकर नाक्षत्र-I सं० (वि०) नक्षत्र संबंधी (पु०) चांद्र मास । नागहाँ-फ़ा० (क्रि० वि०) 1 एकाएक, अचानक 2 कुसमय में
मास (पु०) चंद्रमा का सभी नक्षत्रों पर एक बार घूमने में | नागहानी-फ़ा० (वि०) अचानक उपस्थित होनेवाला लगा समय
नाग़ा-(पु०) शैव संप्रदाय का साधू, नंगा रहनेवाला साधू नाखूना-फा० (पु०) चि० 1 आँख का एक रोग जिसमें आँख नागा-(पु०) 1 अवकाश 2 व्यतिक्रम में सफेद झिल्ली पड़ जाती है 2 आँख के तल पर खून का दाग नागिन-(स्त्री०) 1 नाग जाति की स्त्री 2 नाग की मादा 3 क्रूर होने का रोग
एवं दुष्ट स्वभाव की स्त्री । नाखुश-फा० (वि०) अप्रसन्न, नाराज़। गवार (वि०) नागेंद्र-सं० (पु०) । वासुकि 2 बहुत बड़ा साँप 3 बहुत बड़ा अप्रिय, अप्रीतिकर
हाथी 4 ऐरावत नाखुशी-फ़ा० (स्त्री०) अप्रसनता, नाराज़गी
नागौरा-(वि०) 1 नागौर नगरी से संबंद्ध 2 अच्छी नस्ल का नाखून-फा० (पु०) 1 उंगलियों के ऊपरी तल का सफेद एवं नाच-(पु०) 1 संगीत का एक विशेष अंग जिसमें कलात्मक
कड़ा आवरण 2 पशुओं के पैरों का अगला कड़ा भाग, खुर की __ढंग से हाव-भाव का प्रदर्शन होता है, कला ढंग से हाव-भाव बढ़ी हुई कोर। पालिश + अं० (स्त्री०) नेल पालिश | प्रदर्शन करते हुए नाचना 2 कौतुक पूर्ण विलक्षण गतियाँ। नाग-सं० (पु०) 1 साँप, सर्प 2 काले रंग का बड़ा और | -कूद (स्त्री०) 1 रह-रहकर नाचना-कूदना 2 नाच-तमाशा; फनवाला साँप, करैत 3 हाथी 4 पाताल में रहनेवाला एक | गान (पु०) नाचना-गाना; ~घर (पु०) नृत्यशाला;