________________
स्वागत
863
स्वायत्त
स्वागत-सं० (पु०) 1 अभ्यर्थना, रिसेप्शन 2 यथा अवसर पर पतिका (स्त्री०) नायिका जिसका पति उसके अपने वश में पूछा जानेवाला कुशल मंगल 3 ग्रहण या मान्य करने का भाव (जैसे-मैं आपके इन विचारों का स्वागत करता हैं)। कक्ष स्वाधीनोत्तर-सं० (वि०) = स्वतंत्र्योत्तर : (पु०) स्वागत का कमरा, रिसेप्शन रूम; ~कर्ता (पु०) स्वाधीनी-सं० + हिं० (वि०) = स्वतंत्रता। ~करण (पु०) स्वागत करनेवाला; ~कारिणी (वि०) स्वागत करनेवाली ___आज़ाद कर देना (जैसे-स्वागत कारिणी सभा); ~कारी (वि०) स्वागत स्वाध्याय-सं० (पु०) 1 वेदाध्ययन 2 विषय का अनुशीलन या करनेवाला; तोरण, द्वार (पु०) स्वागत के लिए बनाया अध्ययन गया सजावटी द्वार; ~भाषण (पु०) = स्वागत अभिभाषण; स्वान-सं० (पु०) आवाज़, शब्द
~वचन (पु०) स्वागत में कहे गए वचन; ~समारोह स्वानिकी-सं० (स्त्री०) स्वन विज्ञान (पु०) स्वागत संबंधी उत्सव; ~~समिति (स्त्री०) स्वागत स्वानुभव-सं० (पु०) स्वंय प्राप्त किया गया अनुभव करनेवाली सभा या संस्था
स्वानुभूत-सं० (वि०) स्वयं अनुभव किया हुआ स्वागताध्यक्ष-सं० (पु०) स्वागत समिति का प्रधान स्वानुभूति-सं० (स्त्री०) अपना अनुभव स्वागतिक-सं० (वि०) स्वागत करनेवाला
स्वानुरूप-सं० (वि०) 1 अपने अनुरूप 2 सहज, स्वाभाविक स्वागतिका-सं० (स्त्री०) 1 स्वागत करनेवाली गृहस्वामिनी स्वाप-सं० (पु०) 1 नींद, निद्रा 2 स्वप्न 3 अज्ञान 2 विमान परिचारिका
स्वापक-सं० (वि०) नींद लानेवाला स्वागती-सं० (पु०) स्वागत करनेवाला
स्वापन-I सं० (पु०) सुलाना II (वि०) निद्राकारक स्वाग्रह-सं० (पु०) 1 अपने संबंध में होनेवाला आग्रह स्वापराध-सं० (पु०) अपने प्रति किया गया अपराध
2 स्वयोग्यता, अधिकार, शक्ति से संबंधित आग्रह स्वापी-सं० (वि०) = स्वापक स्वाजीव, स्वांजीव्य-सं० (वि०) जीविका के लिए जहाँ साधन स्वाप्त-सं० (वि०) स्वयं प्राप्त उपलब्ध हो
स्वाप्न-सं० (वि०) स्वप्न संबंधी, स्वप्न का स्वातंत्र्य-सं० (पु०) = स्वतंत्रता। ~प्रिय (वि०) - स्वतंत्रता स्वाभाव-सं० (पु०) अपना अनस्तित्व प्रिय; -प्रियता (स्त्री०) स्वतंत्रता प्रिय होने का भाव; स्वाभावतया-सं० (क्रि० वि०) स्वाभाविक रूप से
प्रेमी (वि०) = स्वतंत्रता प्रेमी; युद्ध (पु०) स्वतंत्रता स्वाभाविक-सं० (वि०) 1 प्राकृतिक, नेचुरल 2 पैदायशी की लड़ाई; ~संग्राम, समर (पु०) आज़ादी की लड़ाई (जैसे-स्वाभाविक लक्षण)। ~ता (स्त्री०) स्वाभाविक होने स्वातंत्र्योत्तर-सं० (वि०) स्वतंत्रता के बाद का
का भाव स्वाति-सं० (स्त्री०) एक नक्षत्र विशेष
स्वाभाविकतः, स्वाभाविकतया-सं० (क्रि० वि०) स्वातिपथ-सं० (पु०) आकाश गंगा
स्वाभाविक रूप से स्वाद-सं० (पु०) 1 रसेंद्रिय से प्राप्त अनुभव, ज़ायका, टेस्ट स्वाभाविकेतर-मं० (वि०) अप्राकृतिक (जैसे-नींबू का स्वाद) 2 मज़ा, लज्जत सुख (जैसे-उसे निंदा स्वाभिमत-सं० (पु०) अपनी राय करने में बड़ा स्वाद मिलता है)। ~लिप्सा (स्त्री०) स्वाद स्वाभिमान-सं० (३०) आत्म सम्मान, आत्म गौरव लेने की इच्छा
स्वाभिमानी-पं० हिं० (वि०) स्वाभिमानवाला स्वादक-सं० (पु०) स्वाद लेनेवाला
स्वामित्व-सं० (पु०) 1 प्रभुत्व, मालिकपन 2 राजस्व ।। स्वादन-सं० (पुं०) 1 स्वाद लेना 2 आनंद लेनेवाला
~अधिकार (१०) हक मालिकाना स्वादनीय-सं० (वि०) स्वाद के योग्य, स्वादिष्ट
स्वामिनी-सं० (स्त्री०) मालिकिन स्वादित-सं० (वि०) 1 स्वाद लिया हुआ 2 प्रसन्न किया हुआ स्वामिभक्त-सं० (वि०) मालिक की भक्ति करनेवाला स्वादिमा-सं० (स्त्री०) 1 सुस्वादुता 2 माधुर्य
स्वामिभक्ति-सं० (स्त्री०) मालिक के प्रति निष्ठा स्वादिष्ट, स्वादिष्ठ-सं० (वि०) अत्यंत जायकेदार, बहत स्वामिवात्सल्य-सं० (३०) 'मालिक के प्रति प्रेम स्वादवाला
स्वामिसेवा-सं० (स्त्री०) मालिक की सेवा स्वादी-सं० (वि०) 1 स्वाद लेनेवाला 2 रसिक
स्वामिस्व-सं० (पु०) 1 वस्तु के स्वामी को अधिरूप से स्वादीला-सं० । हिं० (वि०) - स्वादिष्ट
मिलनेवाला धन 2 स्वत्व शुल्क स्वादु-सं० (वि०) 1 स्वादयुक्त, ज़ायकेदार 2 रुचिकर 3 मधुर, | स्वामी-सं० (पु०) 1 मालिक 2 घर का प्रधान व्यक्ति, गृह मीठा 4 सुंदर
स्वामी 3 पति, शौहर 4 साधु, संन्यासी 5 ईश्वर, प्रभु। ~द्रोह स्वादेंद्रिय-सं० (स्त्री०) स्वाद का ज्ञान करानेवाली इंद्रिय (पु०) स्वामी का अनिष्ट; ~~द्रोही (वि०) स्वामी का अनिष्ट स्वादेशिक-सं० (वि०) - स्वदेशी
चाहनेवाला; -विहीन (वि०) अनाथ, बिना मालिक का स्वाद्य-सं० (वि०) = स्वादनीय
स्वाम्नाय-सं० (वि०) परंपरागत स्वाधिकार-सं० (पु०) 1 अपना अधिकार 2 अपना कर्तव्य' स्वाम्य-सं० (पु०) स्वामी होने का भाव स्वाधिपत्य-सं० (पु०) परम स्वतंत्र रहने की अवस्था स्वायत्त-मं० (वि०) 1 जिसे स्थानीय स्वशासन का अधिकार स्वाधीन-सं० (वि०) = स्वतंत्र। -चेता (पु०) स्वतंत्र प्राप्त हो 2 जिस पर अपना अधिकार हो। ~ता (स्त्री०) विचारोंवाला व्यक्ति; ~ता (स्त्री०) स्वतंत्रता; ~~ता प्रेमी स्थानीय स्वशासन का अधिकारी --शासन (१०) (वि०) स्वतंत्रता प्रेमी; ~संग्राम (पु०) = स्वातंत्र्य संग्राम: | 1स्थानिक शासन 2 लोक प्रतिनिधियों द्वारा परिचालित शासन;