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हैंडिल
हैंडिल - अं० (पु० ) दस्ता, हत्था हैकड़ - (वि०) हेकड़
=
हैकल - (स्त्री०) चौकोर या पान के से दानों की गले में पहनने की एक तरह की माला, हुमेल
हैजा - अ० (पु० ) एक संक्रामक रोग, कालरा, विसूचिका हैट-अं० (पु० ) टोप
हैटट्रिक - अं० (पु० ) 1 एक ओवर में लगातार तीन विकेट लेना 2 लगातार तीन गोल करना
ड-अं० (पु० ) 1 प्रधान अधिकारी या व्यक्ति 2 सिर । ~आफ़िस (पु० ) = प्रधान कार्यालय; कांस्टबिल = प्रधान सिपाही; क्वार्टर (पु० )
= प्रधान
(पु० ) लिपिक
~ कलर्क (पु० ) = प्रधान कार्यालय; ~मास्टर
= प्रधान अध्यापक
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(पु० )
हैडिंग -अं० (वि०) हेडिंग, शीर्षक
हैतुक - I सं० (वि०) 1 उद्देश्य से किया जानेवाला 2 अवलंबित या आश्रित II ( पु० ) 1 तार्किक 2 कुतर्की 3 नास्तिक 4 मीमांसा दर्शन का अनुयायी या समर्थक
हैदर - अ० ( पु०) शेर
हैफ़ - अ० ( क्रि० वि० ) अफ़सोस, हाय
हैबत - अ० (स्त्री०) 1 भय, त्रास 2 आतंक । नाक + फ़ा० (वि०) भयानक, डरावना
हैमंत, हैमंतिक - I सं० (वि०) 1 हेमंत संबंधी 2 हेमंत ऋतु में उत्पन्न होनेवाला II ( पु० ) हेमंत ऋतु
हैम - I. सं० (वि०) हेम्य
हैम - II सं० (वि०) 1 हिम संबंधी, हिम का 2 हेमंत ऋतु से संबंधित
हैमर - अं० (पु०) हथौड़ा
हैमवत - I सं० (वि०) 1 हिमालय का, हिमालय संबंधी 2 हिमालय पर रहने या होनेवाला II ( पु० ) हिमालय का निवासी
=
हैमवतिक-सं० (वि०) हिमालय पर्वत पर निवास करनेवाला हैमाटाइट -अं० (पु० ) हेमाटाइट
हैरण्यिक - सं० (पु०) सुनार, स्वर्णकार
हैरत - अ० (स्त्री०) आश्चर्य, अचरज । अंगेज़ फ़ा० (वि०) विस्मयजनक; ज़दा फ़ा० (वि०) चकित, भौचक्का
+
+
हैरान - अ० (बि०) 1 चकित 2 हतबुद्धि, भौचक्का 3 परेशान हैरानी - अ० + फ़ा० (स्त्री०) 1 परेशानी 2 विस्मय 3 हैरान होने
का भाव
हैरिंग - अं० (पु० ) हिलसा मछली
हैलीकाप्टर -अं० ( पु० ) = हैलिकाप्टर हैलो - अं० (अ०) शुभकामना सूचक संबोधन हैवान - अ० (पु० ) 1 पशु, जानवर 2 अत्यंत उजड्डु या गंवार आदमी
हैवानियत - अ० (स्त्री०) 1 हैवान होने का भाव, पशुत्व 2 पशुओं का सा क्रूर आचरण
हैवानी - अं० (वि०) पशु संबंधी 2 पशुओं का सा हैस बैस - अ० (स्त्री०) 1 लड़ाई झगड़ा 2 व्यर्थ का तर्क वितर्क या विवाद
हैसियत - अ० (स्त्री०) 1 रंग ढंग, तौर तरीका 2 शक्ति या
होना
सामर्थ्यसूचक योग्यता 3 सामाजिक मान मर्यादा, इज़्ज़त, प्रतिष्ठा 4 आर्थिक, सामाजिक आदि दृष्टियों से योग्यता सूचक स्थिति
है है - (अ०) हाय, अफ़सोस
करना - (अ० क्रि०)
=
हुंकारना
होंठ - (पु० ) मुँह के बाहर का ऊपर या नीचे का भाग, ओष्ठ । ~काटना, चबाना क्रोध, शोक आदि के आवेश में दाँतों से होंठ को काटना; चाटना 1 अधिक खाने की इच्छा करना 2 स्वाद याद आना; चिपकाना मनचाही वस्तु का नाम सुनते ही उसे प्राप्त करने की प्रबल इच्छा होना; चूसन अधर पान करना; मिलाना चुंबन करना; ~सी लेना मौन हो जाना, हिलाना 1 बोलना 2 धीरे से कुछ कहना; होठों
छठी का दूध याद आना बहुत बड़ी मुसीबत में पड़ना होंठल - (वि०) बड़े और मोटे होंठवाला होंठी-बो० (स्त्री०) किनारा, कोर
हो - I (अ० क्रि०) 1 'होना' का संभावना सूचक रूप (अन्य पुरुष, एक वचन का) 2 ब्रज भाषा में 'होना' का सामान्य भूत 'था' II (अ०) जोर से पुकारने का संबोधन सूचक शब्द होजियरी, होयरी-अं० (स्त्री०) बुनाई के कपड़े होटल-अं० (पु० ) आधुनिक ढंग का विश्राम स्थान होड़ - (स्त्री०) 1 शर्त, बाज़ी 2 प्रतिस्पर्द्धा 3 जिद्द, हठ होड़ा - सं० ( पु० ) 1 चोर 2 लुटेरा 3 डाकू
होड़ाोड़ी - (स्त्री०) 1 एक दूसरे से आगे बढ़ जाने का प्रयत्न, प्रतिस्पर्धा 2 बाज़ी, शर्त
होत-बो० (स्त्री०) 1 होने की अवस्था, अस्तित्व 2 संपन्नता 3 समाई, सामर्थ्य
होतब - (पु० ) भावी, होनहार
होतव्यता-सं० (स्त्री०) भवितव्यता, होनी
होता-सं० (पु० ) 1 यज्ञ में आहुति देनेवाला 2 यज्ञ करानेवाला, पुरोहित
होता सोता - (वि०) निकट का संबंधी ह्येते सोते - ( अ० ) वर्तमान रहते हुए
होत्र - सं० (पु० ) 1 हवि 2 होम 3 हवन की सामग्री होत्रक-सं० (पु० ) होता का सहायक होत्री -सं० (पु० )
होत्रीय-सं० (वि०) होता से संबंधित होता का होनहार - (वि०) 1 अच्छे लक्षणोंवाला, उदीयमान 2 भावी, होनी
होना - ( अ० क्रि० ) 1 एक बहुत प्रचलित और प्रसिद्ध क्रिया जिसका 'करना' क्रिया के अकर्मक रूप में व्यवहार होता है। 2 अस्तित्व में आना (जैसे- दिन के बाद रात होना) 3 क्रिया व्यापार का समाप्ति पर आना (जैसे- पुस्तक का छपकर प्रकाशित होना) 4 वास्तविक रूप सामने आना (जैसे- पराधीन देश का स्वतंत्र होना, परस्पर मारपीट होना) 5 नियमित रूप में जारी रहना (जैसे -पानी बरसता है, हवा चलती है) 6 विद्यमान रहना (जैसे-मेरे पास अनेक साहित्यिक किताबें हैं, 'मेरे लिए उनका होना और न होना दोनों बराबर है ) 7 दिखाई देना, सामने आना (जैसे-घर में बच्चों का जन्म होना, फसल पककर तैयार होना) 8 अवस्था, रूप आदि में परिवर्तन होना (जैसे- लड़का तो अब जवान हो चला है) 9 परिणाम