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प्राग्वाट-इतिहास::
५० ] जै. मप्र
जैन सत्यप्रकाश वर्ष ३ अङ्क१ से १२.. तंत्री
चीमनलाल गोकुलदास शाह
जैन धर्म सत्यप्रकाशक समिति,
अहमदाबाद.
७" १,२,३
से १२ "१०" "
" "
प० ब०
परवारबन्धु-अधिवेशन-अङ्क
सन् १९५१
संपा. जयन्तीलाल
अखिल भारतवर्षीय परवार महा
सम्मेलन, अमरावती.
जिज्ञासु दृष्टि से पढ़ी गई विविध विषयक लगभग तीन सौ पुस्तकों में से उल्लेखनीय पुस्तकों के नाम जैन श्वेताम्बर डिरेक्टरी-श्री जैन श्वेताम्बर सभा, बम्बई द्वारा प्रकाशित. प्रकट प्रभावी पार्श्वनाथ–जैन सस्ती वांचनमाला, भावनगर द्वारा प्रकाशित. जिनप्रभसूरि और सुलतान मुहमद-पं० लालचन्द्र भगवानदास गांधीलिखित. पावागढ़ थी बड़ोदरा में प्रकट थयेला पार्श्वनाथ-पं० लालचन्द्र भगवानदास गांधीकृत. अमेरीका में जैनधर्म की गज भाग १ से ह पर्यन्त–सूर्यकान्त शास्त्रीलिखित. अकबर अने हीरविजयसूरि-जैन ऑफिस, भावनगर द्वारा प्रकाशित. जैन रोप्यमहोत्सव-अंक-जैन ऑफिस, भावनगर द्वारा प्रकाशित. मध्यप्रांत, मध्यभारत, राजपूताने के स्मारक-पं० शीतलप्रसादजीलिखित. हम्मीरगढ़-मुनि जयंतविजयजीलिखित
विजयप्रशस्तिसार-मु० विद्याविजयजीकृत प्रामणवाड़ा- "
शत्रुजयपर्वत का परिचय-मु० जिनविजयजीलिखित उपरियालातीर्थ- "
मनुस्मृति-पं० केशवप्रसादसंपादित श्री शंखेश्वरतीर्थ- "
जैन इतिहास भा० १, २-सूरजमल जैनलिखित कुम्भारियाजी- मथुरादास गांधीलिखित
भारत का इतिहास और जैनधर्म- भागमल मोमस हेमचन्द्राचार्य- जैन ऑफिस, भावनगर द्वारा प्रकाशित जैनधर्म की विशेषतायेंसूरीश्वर अने सम्राट- मु. विद्याविजयजीलिखित जैन दर्शन-विजयेन्द्रसरिरचित भानुचंद्रगणिचरित-मु० जिनविजयजीसम्पादित समाज के अधः पतन के कारण- फूलचंद्र अग्रवाल प्राचीन भारतवर्षनो सिंहावलोकन-विजयेन्द्रसरिरचित परमार धारावर्ष भा १, २भारतवर्ष का इतिहास- गुलशनरायलिखित
प्रतिमा-लेखसंग्रह-पं० कामताप्रसाद जैनसंपादित मेवाड़-गौरव-हरिशंकर शर्माकृत
प्रशस्ति-संग्रह-पं० भुजबलीसंपादित