Book Title: Gautamswamyashtakam
Author(s): Sushilvijay
Publisher: Vijaylavanyasurishiwar Gyanmandir

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Page 33
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ३२ विरथी उभंगे, पूनानगरमा, 'शौतभस्तवविशिअ'मे, अविया ! भावे वही गोतभ० [२०] श्री गौतम गुरुवर विनति. ( चोपाइ ) जयो जयो गौतम गणधार, महोदी लब्धितणो भंडार; समरे वांछित सुख दातार, जयो जयो गौतम गणधार. बीर वजीर बडो अणगार, चौद हजार मुनि शिरदार; जपतां नाम होय जयकार, जयो जयो गौतम गणधार. गयगमणी स्थणी जगि सार, पुत्र कलत्र सज्जन परिवार; आवे कनक कोडी विस्तार, जयो जयो गौतम गणधार. घरे घोडा पायक नहि पार सुखासन पालखी उदार; वैरी विकट थाय विसराल, जयो जयो गौतम गणधार. ग्रह उठी जपिये गणधार, ऋद्धि सिद्धि कमला दातार; रूप रेख मयण अवतार, जयो जयो गौतम गणधार. १ For Private And Personal Use Only २ ३ ४ कवि रूपचंद्र एगणि केरो शिष्य, गौतम गुरु प्रणमे निशदिश; कहे चंद ए सुमतागार, जयो जयो गौतम गणधार. ६

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