Book Title: Bangal Ka Aadi Dharm
Author(s): Prabodhchandra Sen, Hiralal Duggad
Publisher: Vallabhsuri Smarak Nidhi

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Page 4
________________ दो शब्द पुस्तक परिचय इस पुस्तक में तीन लेखों का समावेश है। ये तीन लेग्य बंगालदेश के प्राचीन इतिहास पर प्रकाश डालते हैं। इस लिये यदि यह कहा जाय कि ये तोनों लेख एक दूसरे लेख की विषयपूर्ति में सहायक हैं तो कोई अतिशयोक्ति न होगी। इस दृष्टि को सामने रख कर ही गंगा-जमुना-सरस्वती संगमरूप इन लेखों को इस पुस्तक में संकलन किया हैं। इन लेखों का व्योरा इस प्रकार है : १. बंगाल का आदि धर्म लेखक श्री प्रबोध चन्द्र सेन एम. ए. अनुवादक श्री हीरालाल दूगड़ । २. बंगाल में जैन पुरातत्त्व सामग्री-लेखक श्री हीरालाल दूगड़। ३. Jaina Antiquities in Manbhum (मानभूम में जैन प्राचीन सामग्री) by P.C. Roy Chowdhary M.A.B.L. लेखों का संक्षिप्त परिचय प्रथम के दो लेख हिन्दी भाषा में हैं तथा तीसरा लेख अंग्रेजी भाषा में है। १. "बंगाल का आदि धर्म" नामक लेख बंगाली भाषा की मासिक पत्रिका 'विचित्री' में बंग संवत १३४० (विक्रम संवत १६६०) ज्येष्ठ मास के अंक पृ० ६५४ से ६७३ में बंगला भाषा में प्रकाशित हुश्री था । इस लेख को लेखक :-'प्रोफेसर प्रयोध चन्द्र सेन एम. ए.

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