Book Title: Param Guru Pravachan 01 Author(s): Pratap J Tolia Publisher: Shrimad Rajchandra Ashram View full book textPage 8
________________ श्रोताओ, सजाग श्रावको अने सहृदयी समालोचको स्वयं करे अने पोतानां सूचनोथी अमने लाभान्वित करे अभ्यर्थना । बहुजन समाजना लाभना अने गुजरातनी बहारनी पण व्याप्तिना आशयथी परमगुरुओनी ईच्छानुसार आ गुजरातीभाषी वाणी प्रकाशन देवनागरी लिपिमां थई रह्यं छे. आशा छे सौ तेने आवकारशे. श्रीमद् राजचंद्र पुण्यतिथि चैत्र व. ५, ७-४-८८ अनंत, १२ केम्ब्रिज रोड़, बेंगलोर-५६०००८ प्रा. प्रतापकुमार ज. टोलियो श्रीमती सुमित्रा प्र. टोलियाPage Navigation
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