Book Title: Param Guru Pravachan 01 Author(s): Pratap J Tolia Publisher: Shrimad Rajchandra Ashram View full book textPage 9
________________ परमगुरु प्रवचन : १ पांच समवाय : सत्पुरुषार्य आ प्रवचनन • पांच समवाय कारणो अने दृढ निर्धार • स्वभाव आदिनी अनुकूळता • विभावभावो • चैतन्यविज्ञाननो प्रयोग : स्वकाळ ० स्व-काळ ० अंतर्लक्ष • पुरुषार्थ कयो ? • आत्मलक्षनी पकड़ ० धर्म एटले मननी धरपकड़ ० सहजसमाधि अने श्रीमद्जी • सतत स्वरुप जागृति : सत्पुरुषार्थनी कुंची “ धर्म एटले मननी धरपकड.... ... .... ...ए आत्माना भान वगर थई शकती. नथी... ... ..." . n mov 022-2.Page Navigation
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