Book Title: Jain Tirth Yatra Vivaran
Author(s): Dahyabhai Shivlal
Publisher: Dahyabhai Shivlal

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Page 21
________________ (१५) (ख) ऑर्डनरी-इसमें पते समेत १२ शब्द 1) आनामें जाते हैं. आगे हर शब्दका आध आना बढ़ता जाता है। तार सब भाषामें दिया जा सकता है पर लिपी अंग्रेजी होना चाहिये। - तारका मनीआर्डर। १. तार द्वारा भी मनीआर्डर भेजा जा सकता है. इसके लिये साधारण मनीआर्डरके फारमको भरकर डाक घरमें (नहां तार आफिस हो ) देना पड़ता है, इसमें महसूल वही मनीआर्डरके हिसाबसे लगता है, केवल 1) आना अथवा १) तारका ज्यादा देना पड़ता है। २ यदि तार घर बंद है तो ( अर्थात् उसका समय नहीं है) उसके खुलानेकी फीस १) और अधिक देना पड़ती है। भारतवर्षके तीर्थक्षेत्रोंकी सूची। (प्रान्तवार) १. वङ्गाल और विहार प्रान्तमें ७ सिद्धक्षेत्र तथा ५ अतिशय क्षेत्र हैं। सिद्धक्षेत्र--सम्मेद शिखर, चम्पापुरी, पावापुरी मंदारगिरी, राजगृही, गुणावा, पटना । ।

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