Book Title: Pahuda Doha Chayanika
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy
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अण्ण अप्पा
देहह
पारगम
(अण्ण) 2/1
=अन्य को (अप्प) 1/1
मात्मा (देह) 5/1
-देह से (णाणमन) 1/1 वि
-ज्ञानमय अव्यय
-यदि (बुज्झ) भूकृ 1/1 'अ' स्वार्थिक =समझ ली गई (विभिण्ण) 1/1 वि
=भिन्न
बुझियउ विभिण्णु
26 पच
बलद्द
-पाच -बैल(-रूपी इन्द्रियां) -नहीं =संभाली गई
नन्दनवन(रूपी आत्मा) को -पहुचा
रक्खियइ रगदणवणु गो
सि
अप्पू
(पच) 1/2 वि (बलद्द) 1/2 अव्यय (रक्ख+य) भूकृ 1/2 (णदणवरण) 2/1 (ग) भूक 1/1 अनि (अस) व 2/1 अक (अप्प) I/l (जाण→जाणिप्र) भूकृ 1/1 अव्यय (पर) 1/1 वि अव्यय अव्यय (पन्वइअ) भूकृ 1/1 अनि (अस) व 2/1 अक
जाणित
प्रात्मा जानी गई -भी =पर =और -ऐसे ही -सन्यास ले लिया
एम पव्वइनो
27 मणु
जाप उवएसडउ
(मण) 1/1 (जाण) व 3/1 सक
-समझ (उवएस+अडअ)2/1 'अडन' स्वा =उपदेश को अव्यय
=जब
जहि
1 श्रीवास्तव, अपभ्रश भाषा का अध्ययन, पृष्ठ 1491
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