Book Title: Jain Chalisa Sangraha
Author(s): ZZZ Unknown
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 3
________________ नवकार (णमोकार ) मंत्र (णमोकार) मंत्र चालीसा नवकार मंत्र ॐ नमो अरिहंताणं । ॐ नमो सिद्धाणं । ॐ नमो आयरियाणं । ॐ नमो उवज्झायाणं । ॐ नमो लोए सव्वसाहूणं । ऐसो पंच नमोक्कारो सव्व पावप्पणासणो मंगलाणं च सव्वेसिं, पढमं हवई मंगलं । सब सिंह को नमन कर, सरस्वती को ध्याय | चालीसा नवकार का, लिखूं त्रियोग लगाय || महामंत्र नवकार हमारा, जन जन को प्राणों से प्यारा || १ || मंगलमय यह प्रथम कहा हैं, मंत्र अनधि निधन महा हैं ||२|| षटखंडागम में गुरुवर ने, मंगलाचरण लिखा प्राकृत में ||३|| यही से ही लिपिबद्ध हुआ हैं, भविजन ने डर धार लिया हैं ||४|| 3

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