Book Title: Vinshati Vinshika
Author(s): Haribhadrasuri, Kulchandravijay Gani, Dharmrakshitvijay
Publisher: Unkonwn

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Page 3
________________ आत्म-कमल-दान- प्रेमसूरीश्वरगुरुभ्यो नमः प्रेरका : सिद्धान्तदिवाकराः प.पू. आचार्यदेव श्रीमद्विजय जयघोषसूरीश्वराः संशोधका : प.पू. आचार्य श्रीमद् विजय राजशेखरसूरीश्वराः तथा विद्वद्वर्य शासनमण्डनमुनिवर्याः श्रीयशोविजया : वाचनादायका : सिद्धान्त महोदधि प.पू. आचार्य श्रीमद् विजय प्रेमसूरीश्वराणां शिष्याणवः प. पू. पत्र्यास, श्री कुलचन्द्रविजयगणिवर्याः संकलनकारकाः संपादकाश्च प्रवचनप्रभावकानां प. पू. पन्यासप्रवर श्री चन्द्रशेखरविजयानां विनेयाः प.पू. तपस्विवर्यमुनिराजश्री धर्मरक्षितविजयाः मुद्रक : जीतु शाह (अरिहंत ) ६८७/१, छीपा पोल, कालुपुर, अहमदाबाद - १. फोन नं. ३३२५५७

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