Book Title: Rajasthan me Hindi ke Hastlikhit Grantho ki Khoj Part 4
Author(s): Agarchand Nahta
Publisher: Rajasthan Vishva Vidyapith

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Page 279
________________ १४१ पृ० पं० १४० ४ १४०८ १४०८ १४. १४० १० १४० १० १३१ २ १४१ २ १४१ ३ पुदगल सत्तावंत चेतना तामै जामैं उपजत चित्त १४१ ११ राजहंस उपमादि गुनपाम कीनौ परजायधर १४१ २० १४१ १४१ १४१ २१ १४२५ १४२ ७ अशुद्ध अवरख मुदगल सावंत चेवना लीमें कामै उप' 'त चित्र राजहं उघमाहि गुन गाम कनौ पर जाय घर मय लेश्यौं ७ संजैम अनुमोदि के স্ময় जिनव देवन ददि समोह वद्या बधव माप नृ तुथ उवकाय वाज भय लेश्यों ६७ संजम अनुमोदिके जिन्नवर देवेन देविंद १४२ ११ १४२ ११ १४३ ११ १४३ २४ १४४८ समूह वंद्या वंधव भाषा तुरंत उखभाय १४४ १७ राज

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