Book Title: Rajasthan me Hindi ke Hastlikhit Grantho ki Khoj Part 4
Author(s): Agarchand Nahta
Publisher: Rajasthan Vishva Vidyapith

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Page 292
________________ ( २६. ) पं. अशुद्ध * २०३० २०४ २०४१८ २०५ १६ २०६ लूता चतुष्पदिकायां प्रसंग भृता चतुष्य दिकायां प्रत्यंग तहसइ रामसरन दाता रहे बाला जी अपन। मनसुख राग करत तइमई रामसरन सं. १६५५ दातार है बरवा तर्ज २८६ २२ जयन मनसुखराय करन २०७२ * * रेचन बुद्ध शुद्ध रंच न कुद्ध मान अजुगती चैत्र शुक्ल षष्ठी दिना, २०७ २८७ कु. ३५. समुद्र अणुगती चैत्र गुण पाही दिना, काय क ३ क. विष्णुउ समुमुद्र मोहनु भई सुनाऊं तत हरन २०७ २०७ २०७ २०८ मोहन १६ २१ २५ २ 3. 4 * सुनामी २०८ ५ तन २०८ १३

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