Book Title: Rajasthan me Hindi ke Hastlikhit Grantho ki Khoj Part 4
Author(s): Agarchand Nahta
Publisher: Rajasthan Vishva Vidyapith

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Page 297
________________ ( ३४ ) शुद्ध ममूह रतन स्यंघ गई राजस्थान रिसर्च परताप पृ० ५० अशुद्ध । २२४ १६ सपुत २२४ रतन संघ २४ २३ गाही राजस्थान रिचर्स २२५४ परताव २२५ वह्यो २२५ १६ नगरादि २२५ २१ गाइने २२५ २३ जडे सालम हीहु वारणो सदा, आलम सिर जे सांण २२५ २७ अंतिम सोम २२६ ५ शाहि ६ नगरादि गाइजे जठे सालम हिंदवाणी सदा आलम सिर जेजांण सोभा शहि २२६ २२६ १२ श्री स हो यह रीफ नवमो सम्मी होय हरीफ जोक्सो २२६ २१ २२६२ २२६ २२६ २५ २२७४ २२७५ २२७ m n n x सकची पिरे माचो मनि सुरणकर विप्र कि जांणइ इणको लडिसइ जेह बरार लोकागछबड़ा भंडार उपासरा सम्मो मुनि सुणकद विप्र जांमइ इसकी जडिसइ नेह प्यार लोकागछ उपासरा २२७ २२७ २२७ २२७

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